डबरा

निर्माण में लापरवाही का ‘वायरस’, घटिया निर्माण सामग्री से बन रही सड़क

ठेकेदार रोड का काम स्तरहीन तरीके से कर रहा है। रोड निर्माण से पहले लेवलीकरण किया जाता है। ठेकेदार ने लेवलीकरण के नाम पर औपचारिकता की है। न ही कॉम्पेक्शन टेस्ट कराया गया और न ही बेट रोंलिग का कार्य कराया गया ।

डबराMay 25, 2020 / 12:31 am

rishi jaiswal

निर्माण में लापरवाही का ‘वायरस’, घटिया निर्माण सामग्री से बन रही सड़क

पिछोर. नगर में 84 लाख की लागत वाली मुख्यमंत्री अधोसंरचना की सीसी रोड का निर्माण शुरू हो गया है। रविवार को निर्माण कंपनी के ठेकेदार ने बिना नगर परिषद को सूचना दिए और बगौर किसी अधिकारी की मौजूदगी में कार्य प्रारंभ कर दिया। निर्माण के शुरूआत में ही इसे स्तरहीन तरीके से बनाए जाने की शिकायत मिलनी शुरू हो गई है। सड़क बनाने में मानकों को ताक पर रखा जा रहा है।
पूर्व मंत्री इमरती देवी सुमन द्वारा दिसंबर माह में एक करोड़ 26 लाख के निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किया गया था। इसमें यह सड़क भी शामिल है। 6 माह बीत जाने के बाद ठेकेदार द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। हालांकि बीच में लॉकडाउन गया था। इस कारण का निर्माण कार्य भी रूक गया था। जैसे ही निर्माण कार्य की मंजूरी मिली ठेकेदार द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया।
ठेकेदार रोड का काम स्तरहीन तरीके से कर रहा है। रोड निर्माण से पहले लेवलीकरण किया जाता है। ठेकेदार ने लेवलीकरण के नाम पर औपचारिकता की है। न ही कॉम्पेक्शन टेस्ट कराया गया और न ही बेट रोंलिग का कार्य कराया गया ।
इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी से जब चर्चा की तो उनके द्वारा बताया गया मेरे संज्ञान में नहीं है। निर्माण कार्य कब प्रारंभ हो गया इंजीनियर द्वारा जानकारी ली जाएगी । आश्चर्य की बात है कि सीएमओ को इस बात की जानकारी नहीं कि रोड का काम शुरू हो गया है। जबकि निर्माण कार्य में नगर पालिका के पानी के टैंकर का उपयोग किया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका में पदस्थ एक कर्मचारी के रिश्तेदार को रोड बनाने का ठेका दिया गया है। इसके चलते नगर परिषद से उसे पूरा सहयोग किया जा रहा है।
घटिया किस्म की रेत का किया जा रहा है उपयोग – रोड निर्माण के कार्य में घटिया किस्म की रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें रेत के साथ-साथ मिट्टी की मात्रा भी अधिक दिखाई दे रही है। इससे बनने के बाद कुछ ही दिनों में रोड उखड़ जाएगी। इसका खामियाजा नगर की जनता को भुगतना पड़ेगा। किसी भी निर्माण कार्य को करने से पहले रेत का परीक्षण किया जाता है लेकिन ठेकेदार द्वारा किसी प्रकार का कोई परीक्षण नहीं कराया गया है।
लोग पानी को तरस रहे निर्माण में बहाया जा रहा पानी – ठेकेदार द्वारा बताया गया कि नगर परिषद से किराए से टैंकर लिया गया है जिसके पैसे दिए जाएंगे। जबकि नगर के ऊंचे इलाकों में रहने वाले लोगों के घर न तो नल से पानी पहुंच रहा है और न ही टैंकर से। यहां के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। दूरदराज से पानी ढोकर ला रहे हैं।
‘जब निर्माण कार्य प्रारंभ होना था तो इंजीनियर को मौके पर मौजूद होना जरूरी था। बिना इंजीनियर के ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य कैसे प्रारंभ किया गया। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने मुझे भी नहीं बताया कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। सोमवार को सीएमओ से चर्चा करूंगा उसके बाद इंजीनियर के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।’ – आनंद गोस्वामी, नायब तहसीलदार, पिछोर
‘एस्टीमेट की कॉपी एवं फाइल नगर परिषद पिछोर के इंजीनियर राहुल सिंह के पास है। उनके आने के बाद सारी जानकारी दी जाएगी और उसको चेक करके ठेकेदार से रोड निर्माण में मानकों को पूर्ण करने का आदेश दिया जाएगा।’ – रामेश्वर दयाल यादव, सीएमओ, नगर परिषद, पिछोर
‘इंजीनियर द्वारा जो गाइड लाइन दी गई है उसी के अनुसार निर्माण कार्य कराया जा रहा है।’ – कमल कुशवाह, ठेकेदार
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