बनवार. जबेरा थाना क्षेत्र के एक गांव में 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया था। तत्कालीन तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी इंद्रा सिंह ठाकुर चालानी कार्रवाई के लिए पीडि़ता के गांव पहुंची थीं। तब बच्ची ने एक साइकिल की इच्छा जाहिर की थी। बच्ची की इच्छा पूरी करते हुए थाना प्रभारी इंद्रा सिंह साइकिल लेकर पहुंची तो बच्ची अपने साथ घटी दरिंदगी की घटना भूलकर चहक कर साइकिल चलाने लगी। गौरतलब है कि 22 अप्रेल को 6 वर्षीय मासूम का अपहरण किया था। 23 अप्रेल को खंडहर में हाथ बंधे मिले थे, बच्ची की आंखें फोडऩे का भरसक प्रयास किया था, लेकिन अच्छे इलाज के कारण बच्ची स्वस्थ्य हो गई है और वह बुरे सपने से बाहर आने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने इस मामले में दरिंदे आरोपी को 8 घंटे में गिरफ्तार कर लिया था। मामले की विवचेना तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी इंद्रा सिंह कर रही थीं। जिन्होंने महज 19 दिन में चालान पेश जिला न्यायालय में कर दिया है। चालान पेश करने के दौरान बच्ची ने टीआई इंद्रा सींग से साइकिल की चाहत प्रकट की थी। अब तेंदूखेड़ा से इंद्रा सिंह का तबादला हो गया है। जिससे तेंदूखेड़ा में चार्ज देने के बाद साइकिल खरीदी और जबेरा थाने के गांव जा पहुंची। जब वह पहुंची तो बच्ची घर के अंदर थी। जैसे ही बाहर साइकिल पर नजर पड़ी तो वह थाना प्रभारी के गले से लिपट गई और साइकिल पर बैठ गई। लेकिन साइकिल चलाते न बनने पर उसने थाना प्रभारी से साइकिल धकेलने के लिए कहा। फिर क्या था बच्ची के इस आदेश पर थाना प्रभारी व साथ गया पुलिस बल बच्ची की साइकिल को धक्का देता हुआ उसे नई खुशियां देने का प्रयास करता रहा। इस दौरान उप निरीक्षक शेख समीम व आरक्षक सलीम खान ने भी बच्ची की साइकिल को धक्का देकर उसे पैडल मारना सिखाया। इंद्रा सींग का कहना है कि मासूम के परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। बच्ची ने इच्छा जाहिर थी, जिसे उन्होंने पूरा किया है। क्योंकि उन सब का प्रयास है कि बच्ची अपनी नार्मल लाइफ जीने लगे उसे इतनी खुशियां मिलें कि पिछले बुरे सपने उसे याद भी न रहें।