
तेंदूखेड़ा. ब्लॉक को अधिकारियों ने खुले में शौच मुक्त होने का प्रमाण पत्र देकर ओडीएफ घोषित कर दिया है। जबकि आज भी पूरे ब्लाक की अधिकांश ग्राम पंचायतों में रहने वाले ग्रामीण खुले में शौच करने जा रहे हैं। जिसका कारण है शौचालय निर्माण किया गया भ्रष्टाचार है।
देखने में आ रहा है कि शौचालय अधूरे निर्मित होने की वजह से इनका इस्तेमाल ग्रामीण नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर इन अर्धनिर्मित शौचालयों को कचरा घर के रुप में अवश्य होना देखने को मिल रहा है।
बता दें कि तेंदूखेड़ा को ओडीएफ घोषित हुए छह साल बीत गए, लेकिन आज भी लोगों का खुले में शौच जाना बंद नहीं हो पा रहा। ऐसा ही नजारा ब्लॉक की ग्राम पंचायत झमरा में देखने को मिला। जहां पूरे गांव में शौचालय तो बने हैं, लेकिन आज भी यह अधूरे पड़े हैं। कहीं सीट नहीं है, तो किसी में छत नहीं है और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कभी शौचालय का उपयोग नहीं किया, क्योंकि शौचालय का निर्माण अधूरा है।
गांव में कुछ जगहों पर शौचालय निर्माण के दौरान टैंक नहीं बनाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने अधूरे शौचालय निर्माण के संबंध में कई बार सरपंच, सचिव से शिकायत की पर उन्होंने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। जिसके कारण पूरा गांव खुले में शौच जाने मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां अधिकांश आदिवासी समाज के लोग रहते हैं, जो अशिक्षित हैं इसलिए शासन की योजनाओं के संबंध में जानकारी भी नहीं ले सकते।
ग्रामीण भगवानदास आदिवासी ने बताया कि उनके गांव में कभी शौचालय निर्माण पूर्ण नहीं हुआ। चार पांच साल पहले शौचालय बने थे, लेकिन सभी शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं। गांव के लोग गरीब हैं इसलिए स्वयं के व्यय से शौचालय पूर्ण नहीं कर सकते। इसी कारण पूरा गांव खुले में शौच जा रहा है। इसी तरह झमरा निवासी सत्तर सींग गौड़, परशुराम आदिवासी ने बताया कि उनके गांव में ऐसे शौचालय बने हैं जिनमें किसी की छत नहीं है, कहीं गड्ढे नहीं हैं।
शौचालय निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार
ग्राम झमरा मे रहने वाले आदिवासी समाज के लोग अशिक्षित हैं, यहां पर दो चार लोग ही हैं, जो पढ़े लिखे हैं। इसलिए यहां पर शासन की योजनाएं उतनी सफल नहीं हो पाई। वहीं शिकायतों पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और मौका निरीक्षण नहीं किया गया। जानकारी सामने आई है कि शौचालय निर्माण के दौरान ठेकेदार ने हितग्राही की फोटो शौचालय के समीप खड़ाकर खिंचवाई और कार्य की इतिश्री पूरी कर ली।
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१०८ एंबूलेंस की टक्कर से बाइक सवार दंपती और दो मासूम जख्मी हुए
दमोह. जिले के हटा थानांतर्गत सरकारी एंबुलेंस ने बाइक सवारों को टक्कर मार दी। जिसमें बाइक सवार दंपती समेत उनके दो मासूम बच्चे घायल हो गए। सभी को हटा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकेंद्र सिंह अपनी पत्नी रचना और दो मासूम बच्चे रियांश व ईशान को लेकर बाइक से रिश्तेदारी में जा रहे थे। इसी दौरान बंधा गांव के पास तेज रफ्तार में आ रहे वाहन 108 ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे गिरने पर बाइक सवार चारों लोग घायल हुए। उधर टक्कर मारने के बाद वाहन 108 भी सड़क से नीचे उतरकर पलटते हुए बचा। हादसे के बाद घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनका उपचार हुआ। ये लोग पन्ना जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं। बहरहाल पुलिस घटना को लेकर जांच में जुटी हुई है।
Published on:
15 Jul 2024 11:49 am
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