देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के गवाहों पर दर्ज जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तारी पर का इनाम
दमोहPublished: Aug 06, 2020 10:27:13 pm
देवेंद्र चौरसिया की पत्नी ने एसपी से लगाई गुहार, थाना प्रभारियों पर रिश्तेदारों के अपहरण का लगाया आरोप
दमोह. बहुचर्चित देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के गवाहों पर दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में चौरसिया परिवार के चार सदस्यों की गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। वहीं देवेंद्र की बेवा ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपने दो रिश्तेदारों का मगरोन व नोहटा थाना प्रभारी पर अपहरण करने का आरोप लगाया। इस संबंध में उनके द्वारा अदालत में याचिका भी लगाई गई है।
गौरतलब है कि पथरिया की बसपा विधायक रामबाई के परिजनों और करीबियों पर कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या किए जाने का आरोप है। उनके देवर सहित कई आरोपी जेल में बंद हैं और कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। इसी बीच पुलिस ने इस हत्याकांड के गवाह चौरसिया परिवार के चार सदस्यों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। इसमें एक ही परिवार के अनिमेश, प्रवीण चौरसिया, अशोक चौरसिया व केतन चौरसिया को नामजद किया गया है। जो फरार है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी पर एसपी दमोह हेमंत सिंह चौहान ने 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। वहीं मगरोन थाना में चौरसिया परिवार पर दर्ज मामले के जांच अधिकारी सीएसपी मुकेश अबिद्रा थे। जिन्हें जांच से हटाकर अब एसडीओपी नितिश पटेल को जांच डायरी सौंपी गई है।
रिश्तेदारों को रास्ते से उठाया
इस मामले में गुरुवार को एक नया मोड़ उस समय आ गया जब मगरोन थाना प्रभारी मनोज यादव व नोहटा थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह ने सदल बल अनिमेश चौरसिया के चाचा ससुर योगेश और साले नीतेश को उस समय रास्ते से उठा लिया जब वे कार से जा रहे थे। इन दोनों को थाने ले जाया गया। इससे परेशान स्व. देवेंद्र चौरसिया की पत्नी संध्या चौरसिया ने एसपी से मुलाकात कर मगरोन थाना प्रभारी मनोज यादव व नोहटा थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह पर अपहरण का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए एक शिकायत प्रस्तुत की है। जिसमे उनका आरोप है कि मनोज यादव अपने 5.6 आरक्षकों के साथ सिवनी से आ रहे उनके रिश्तेदारों को जबरन पकड़कर ले गए। और उन्हें हिंडोरिया थाने में रखा गया। जबकि नीतेश व योगेश का मामले से कोई लेना देना ही नहीं है ।
कोर्ट पहुंचा मामला
संध्या चौरसिया की ओर से न्यायालय में याचिका पेश कर अवैध गिरफ्तारी में रखे गए रिश्तेदारों को न्यायालय के समक्ष हाजिर करने की मांग की गई। जिसपर हिंडोरिया थाने से न्यायालय ने जवाब तलब किया है। मामले में पैरवी कर रहे अधिवक्ता मनीष नगाइच ने बताया कि अवैध तौर पर गिरफ्तार किए आवेदकों की सीसीटीवी फुटेज व ऑनलाइन शिकायत जिसमे समय उल्लेखित है। कोर्ट से वे कार्रवाई का आग्रह करेंगे।