बैनामा की कॉपी के 1500 रुपए रिश्वत लेते उप तहसील का बाबू पकड़ा
दमोहPublished: Jan 21, 2022 04:22:48 pm
सागर लोकायुक्त पुलिस ने की कार्रवाई, मांग रहा था, तीन हजार, तय हुआ 1500 रुपए
Babu of Sub Tehsil caught taking bribe of 1500 rupees for copy
दमोह/ बनवार. बनवार उपतहसील कार्यालय में सागर लोकायुक्त ने 1500 रुपए रिश्वत लेते हुए बाबू को रंगे हाथों पकड़ा। फिर बनवार चौकी लाकर शेष कार्रवाई कराई गई। बाबू बैनामा की कॉपी देने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था। बनवार उपतहसील में सहायक ग्रेड-3 रीडर जबेरा तहसीलदार के पद पर विनोद दुबे पदस्थ हैं। रौंड़ गांव निवासी सोनू सेन ने 31 दिसंबर को बैनामा की कॉपी के लिए आवेदन किया था। जिसके एवज में बाबू 3 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांग रहा था। लेकिन बात 1500 रुपए पर तय हुई। इस मामले में उल्लेखनीय है कि जब सोनू सेन ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की तो दो दिन पहले लोकायुक्त का एक कर्मचारी सोनू के साथ उप तहसील कार्यालय गया था, जहां रिश्वत लेने की बात रिकार्ड की गई थी। इसके दो दिन बाद राशि देने की बात तय हुई तो लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकडऩे के लिए अपना जाल बिछा दिया। जैसे ही सोनू ने रुपए दिए वैसे ही लोकायुक्त टीम ने बाबू विनोद दुबे को पकड़ लिया। शेष कार्रवाई करने के लिए बनवार चौकी लाया गया, जहां लोकायुक्त ने दस्तावेजी कार्रवाई के साथ हाथ भी धुलवाएं और कपड़े भी जब्त किए गए। लोकायुक्त ने कार्रवाई करने के बाद बाबू को मुचलके पर छोड़ दिया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक रोशनी जैन, निरीक्षक अभिषेक शर्मा, आरक्षक सुरेंद्र, संजीव अग्निहोत्री, विक्रम सिंह व संतोष गोस्वामी शामिल रहे। तहसील कार्यालयों में छोटे से छोटे काम के दो हजार से 3 हजार रुपए मांगे जाते हैं, बैनामा, बही, सीमांकन में यह राशि 50 हजार रुपए तक पहुंच जाती है। तहसील कार्यालयों में पदस्थ बाबू, पटवारी, आरआइ बगैर रिश्वत के अपनी कलम नहीं चलाते हैं। तहसील कार्यालयों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ कभी-कभार ही शिकायत होती है और रिश्वतखोर पकड़े जाते हैं।