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हिण्डोरिया में स्पष्ट बहुमत के बाद भी भाजपा पराजित

locationदमोहPublished: Aug 05, 2022 11:26:33 pm

Submitted by:

Atul sharma

हिण्डोरिया में निर्दलीय बना अध्यक्ष, भाजपा की झोली में उपाध्यक्ष पदमप्र वेयर हाउसिंग अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा को मिली शिकस्तमप्र नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष ने भाजपा को ताक पर रख बड़े भाई को बनाया अध्यक्ष

हिण्डोरिया में स्पष्ट बहुमत के बाद भी भाजपा पराजित

निर्दलीय हेमंत सिंह अध्यक्ष पद पर जीत का प्रमाण-पत्र लेते हुए

दमोह. हिण्डोरिया राजपरिवार की नगर परिषद में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के ही मप्र वेयर हाउसिंग अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त राहुल सिंह लोधी व बड़ा मलेहरा विधायक व मप्र नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष प्रदुम्मन सिंह के बीच वर्चस्व की लड़ाई में यहां भाजपा ने स्पष्ट बहुमत में आने के बाद भी अध्यक्ष की कुर्सी गवां दी। हालांकि उपाध्यक्ष पद भाजपा की झोली में आ गया और निर्दलीय को शिकस्त झेलनी पड़ी है। हिण्डोरिया नगर परिषद में भाजपा के इन दोनों बड़े नेताओं के बीच ही गुटीय संघर्ष चुनाव के दौरान स्पष्ट दिखाई दिया। राहुल सिंह भाजपा प्रत्याशियों को जिताने में लगे थे, जबकि प्रदुम्मन सिंह के बड़े भाई हेमंत सिंह स्वयं निर्दलीय रूप से चुनाव में खड़े होकर निर्दलीय प्रत्याशियों को जिताने में लगे थे। शुक्रवार को दमोह कलेक्ट्रेट में हिण्डोरिया नगर परिषद अध्यक्ष पद निर्दलीय हेमंत सिंह ने 9 मत लेकर जीत लिया। वहीं भाजपा के घोषित प्रत्याशी गनेश सिंह को 6 मत ही मिल पाए। उपाध्यक्ष पद पर भाजपा की बीबा बाई पटेल ने 8 मत लेकर विजयी हासिल की। वहीं निर्दलीय अरविंद अहिरवार को 7 मत मिले। हिण्डोरिया नगर परिषद में भाजपा के 10 पार्षद जीते थे और यहां भाजपा स्पष्ट बहुमत में आई थी। जिसमें 3 निर्दलीय व 2 कांग्रेस के पार्षदों ने जीत हासिल की थी। इनमें बड़ा मलेहरा विधायक प्रदुम्मन सिंह गुट के पास 4 भाजपा पार्षद व 3 निर्दलीय पार्षद थे। वहीं कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त राहुल सिंह गुट के पास 6 भाजपा के पार्षद थे। दोनों गुटों को कांग्रेस के दो पार्षदों की जरूरत थी, जिन्हें साधने में बड़ा मलेहरा विधायक प्रदुम्न सिंह सफल हुए। चुनाव व अध्यक्ष पद की इस नूरा कुश्ती में दमोह के पूर्व विधायक व मप्र वेयर हाऊसिंग अध्यक्ष राहुल सिंह गुट को मुंह की खानी पड़ी, जबकि उनके चचेरे भाई मलहरा विधायक व मप्र नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष प्रदुम्मन सिंह गुट ने अपने बड़े भाई हेमंत सिंह को जीत का ताज पहनाकर वर्चस्व की जंग को फतह करते हुए भाजपा को दर किनार कर दिया है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा, बड़ामलेहरा विधायक रेत माफिया के नाम से जाने जाते
हिण्डोरिया नगर परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव हारे भाजपा मंडल अध्यक्ष गनेश सिंह ठाकुर ने बड़ा मलेहरा विधायक प्रदुम्मन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गनेश सिंह ठाकुर ने बड़ा मलेहरा विधायक व मप्र नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष प्रदुम्मन सिंह पर पलटवार करते हुए उन्हें रेत माफिया हनी ट्रेप के नाम से जाने जाना वाला बताया। साथ ही बड़ामलेहरा क्षेत्र की रेत खनन के साथ सागौन कटवाए जाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने विधायक करे हिण्डोरिया नगर में फर्जीवाड़े की दुकानें चलाने वाला दुकानदार ठहराया है। गनेश ने हिण्डोरिया नगर में कांग्रेस शासन के समय एक ही दिन में 4 हजार विवाहों में से 3800 विवाह फर्जी तौर पर कराए जाने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व संगठन द्वारा जारी किए गए मेन्डेट के विरुद्ध अपने सगे बड़े भाई को खड़ाकर चुनाव जिताकर संगठन का निरादर करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। गनेश सिंह ठाकुर ने कहा कि इतने बड़े पद पर रहते हुए अपने बड़े भाई को नगर परिषद अध्यक्ष बनाने के पीछे का कारण मलाई खाना है। इनके लिए पार्टी की निष्ठा, उच्च निर्देश कोई मायने नहीं है। ऐसे लोगों पर संगठन से सख्त कार्रवाई कराने के लिए वह शिकायत दर्ज कराएंगे।
बसपा छोड़ कांग्रेस से बने अध्यक्ष, फिर कर ली भाजपा ज्वाइन
एक पार्षद ने दिखाए तीन रंग
पथरिया नगर परिषद में कांग्रेस के मेन्डेट से अध्यक्ष बने सुंदर लाल विश्वकर्मा ने एक ही दिन में तीन रंग दिखाए। वे बसपा की टिकट पर चुनाव लडकऱ पार्षद बने थे। शुक्रवार को सुबह कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस के मेन्डेट पर चुनाव जीत लिया। इसके दो घंटे बाद उनका एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह उपाध्यक्ष बने संतोष दुबे का धन्यवाद दे रहे हैं कि उन्होंने समय रहते उन्हें भाजपा में शामिल करा दिया है। इस तरह एक पार्षद के तीन रंग एक ही दिन में नजर आए हैं।
इसके पीछे की कहानी यह है कि किसी मामले में सुंदर विश्वकर्मा पर मामला दर्ज है। जिससे सुबह से चर्चा चल रही थी कि उनके जीतते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिससे भाजपा ने दवाब बनाया। बताया गया कि उनकी गिरफ्तारी संतोष दुबे द्वारा रुकवाई गई है, जिससे वह गिरफ्तारी से बचने के लिए भाजपाईयों के साथ जश्न में शामिल होकर अपने आपको को भाजपा का कार्यकर्ता बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जानकारों का मत है कि कांग्रेस पार्टी ने सिबंल दिया और उसी पर चुनाव जीते हैं, भले ही अब भाजपा में जाएं या अपनी पुरानी पार्टी बसपा में लेकिन वह नगर परिषद में कहलाएंगे कांग्रेस पार्टी से निर्वाचित अध्यक्ष। उधर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा देश में दवाब की राजनीति चलाकर सत्ता पर काबिज होना चाह रही है, जिसका नमूना पथरिया में दिखाई दे रहा है।
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