जालम सिंह पटैल अधिकांश समय दमोह लोकसभा में ही बने रहे
यहां बता दें कि दमोह सांसद व दमोह से भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद सिंह पटैल के पक्ष में प्रचार प्रसार करने उनके छोटे भाई नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटैल अधिकांश समय दमोह लोकसभा में ही बने रहे। प्रचार के साथ-साथ लगभग सभी मैनेजमेंट भी वह संभाले रहे है। चुनाव प्रचार समाप्ति के साथ ही दूसरे जिले में निवास करने वाले व्यक्ति का लोकसभा क्षेत्र में प्रवेश निषेध होता है, लेकिन दमोह लोकसभा में मतदान के दौरान विधायक जालम सिंह सिंग्रामपुर के पास देखे जाते है। इस दौरान पुलिस ने चेकिंग के दौरान उनकी कार को रोका और एसएसटी व मजिस्ट्रेट टीम द्वारा चेकिंग की गई। इसके बाद उन्हें सिग्रामपुर चौकी ले जाया गया। जहां करीब डेढ़ घंटे तक बैठा कर रखा गया। यहां जालम सिंह पटैल एक पत्र लिखकर पुलिस को दिया है। जिसमें उन्होंने एक गमी में शामिल होने दमोह आने की बात की उल्लेख किया है। मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि भाजपा विधायक जालम सिंह पटैल की गिरफ्तारी हुई है, यह बात गलत है। हां, जालम सिंह को चेंकिंग के दौरान सिग्रामपुर में रोका गया था। मौके पर पहुंचकर जालम सिंह पटैल से मामले में चर्चा की गई। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। करीब डेढ़ घंटे चली इस कार्रवाई के दौरान जालम सिंह पटैल को चौकी में ही बैठना पड़ा।जालम दमोह में पूरे समय रहे है एक्टिव
विधायक जालम सिंह पटैल, भाजपा और सांसद प्रहलाद पटैल की तरफ से अब तक मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं कांग्रेस की ओर से भी किसी से कोई बात नहीं की है। जहां तक जालम सिंह पटैल के दमोह से मोह की बात है, तो लोकसभा चुनाव के दौरान दमोह में काफी सक्रिय नजर आए थे। इसी चुनाव के दौरान जालम सिंह पटैल के विरुद्ध नरसिंहपुर में विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण भी दर्ज हुआ था। जिसमें उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। यहां से जमानत मिलने के बाद उनकी अगली एक्टिविटी दमोह लोकसभा में देखी गई थी। जो अपने भाई भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद सिंह पटैल के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए नजर आए थे। इसके साथ ही मैनेजमेंट भी इन्होंने संभाल रखा था। उनकी यह हिरासत आगे गिरफ्तारी में बदलती है तो एक बार फिर विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।