दमोह

खतरनाक साबित हो रहे शहर के अंधे मोड़, हर तीसरे दिन हो रहे हादसे

रविवार सुबह फिर हुई जीप व बाइक की टक्कर, बाइक चालक गंभीर

दमोहJan 19, 2020 / 10:31 pm

lamikant tiwari

Blind turns of the city proving dangerous, accidents happening every third day

दमोह. शहरी क्षेत्र में स्थित अंधे मोड़ों पर आए दिन वाहन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। हर तीसरे दिन होने वाली वाहन दुर्घटनाओं के बाद भी अंधे मोड़ों पर होने वाले हादसों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि आए दिन अंधे मोड़ों पर वाहन आपस में टकरा रहे हैं। रविवार सुबह भी शहर के किल्लाई नाका के समीप सरस्वती स्कूल के अंधे मोड़ समीप बाइक सवार एक युवक को जीप चालक ने टक्कर मार दी। जिसे गंभीररूप से घायल होने के बाद वाहन १०८ की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बाइक क्रमांक एमपी ३४एम-०४०९ चलाते हुए एक चालक मुख्य मार्ग से निकल रहा था। इसी बीच सरस्वती स्कूल के अंधे मोड़ पर एक जीप तेजगति से निकली। जिसने बाइक चालक को टक्कर मारकर घायल कर दिया। जिसे गंभीर चोटें आने पर तुरंत ही निजी एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद मौके से जीप चालक जीप लेकर फरार हो चुका था। जिसकी जानकारी पुलिस जुटाने में लगी है।
पहले भी हो चुके हैं इसी मोड़ पर हादसे-
करीब दस दिन पूर्व भी एक मालवाहक इसी अंधे मोड़ पर किसी बाइक चालक को बचाने के चक्कर में वाहन से नियंत्रण खो बैठा था। वाहन फुटपाथ पर चढ़कर सीधे नाले में जा घुसा था। उस समय बाइक चालक तो बच गया था। लेकिन लेकिन मालवाहक घायल हो गया था, साथ ही वाहन भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
यहां भी होती हैं वाहन दुर्घटनाएं-
इसी तरह से कलेक्ट्रेट से अस्पताल चौक आने वाले मार्ग पर जटाशंकर चौराहा, सिंचाई कॉलोनी, बसस्टैंड से किल्लाई नाका जाने वाले मार्ग पर गायत्री गेट के समीप, डीजे बंगला के पास से सरस्वती स्कूल जाने वाले मार्ग पर, स्टेडियम के सामने से कॉलोनी जाने वाले मुख्य मार्ग पर तथा सागर नाका जाने वाले मार्ग पर मंडी गेट से लेकर सागर नाका चौकी तक मुख्य मार्ग को जोडऩे वाले मार्ग पर हर वाहन टकराने के हादसे होते रहते हैं। शहर में अंधे मोड़ों पर होने वाले हादसों को एवेरजन देखा जाए तो हर तीसरे दिन छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
शार्टकट भी हो रहे दुखदायी –
शहर के मुख्य मार्ग पर डिवाइडर बनाए गए हैं। लेकिन हर मार्ग पर १० से २० फीट की दूरी पर बीच में जगह छोड़ी गई है। जिससे बाइक व कार चालक डिवाइडर के बीच से वाहनों को निकालकर एक से दूसरे मार्ग पर जाने के दौरान तेजगति से निकल रहे वाहनों से टकरा जाते हैं। गायत्री गेट से लेकर किल्लाई नाका तक बीच में कई जगह रास्ता छोड़ दिया गया है। जहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसी तरह से घंटाघर से राय तिराहा, किल्लाई नाका से बालाकोट मार्ग पर डिवाइडर के बीच में गेफ छोड़ा गया है। जहां से पैदल या फिर बाइक या कार लेकर एक से दूसरे मार्ग पर जाने के दौरान वाहनों की आपस में टक्कर हो जाती है। इसके अलावा किल्लाई नाका से कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग पर भी डिवाइडर में बीच में काफी गैफ छोड़े गए हैं। जिससे रास्ता बदलने के दौरान वाहनों की टक्कर होना आम बात हो चुकी है। यहां से निकलने वाले लोगों ने स्वयं ही डिवाइडर में जगह-जगह दिए गए गेफ को समाप्त करने की मांग की है।
सीएमओ से बात करता हूं-
वाहन दुर्घटनाओं का कारण अंधे मोड़ बन रहे हैं। या फिर डिवाइडर के बीच में छोड़े गए गेफ बन रहे हैं तो निश्चित ही वाहन दुर्घटनाएं रोकने समस्या कासमाधान किया जाएगा। इस मामले में नगर पालिका सीएमओ के साथ बैठकर प्लान तैयार करते हुए समस्या का समाधान कराया जाएगा।
रविंद्र चौकसे -एसडीएम दमोह

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