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शहर से निकलने वाली ट्रेनों का स्टापेज भी नहीं करा सके सांसद, मुंह चिढ़ाकर निकल रहीं यह ट्रेनें

locationदमोहPublished: Sep 05, 2018 12:37:48 pm

Submitted by:

lamikant tiwari

तीन ट्रेनों का नहीं स्टापेज, दो चल रहीं बंद यात्रियों को हो रही परेशानी

शहर से निकलने वाली ट्रेनों का स्टापेज भी नहीं करा सके सांसद, मुंह चिढ़ाकर निकल रहीं यह ट्रेनें

शहर से निकलने वाली ट्रेनों का स्टापेज भी नहीं करा सके सांसद, मुंह चिढ़ाकर निकल रहीं यह ट्रेनें

दमोह. जिले से निकलने वाली कई यात्री ट्रेनों का स्टापेज नहीं होने से रेल यात्रियों को यात्रा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसी करीब ३ ट्रेनें जो दमोह से होकर तो निकलती हैं लेकिन उनका स्टापेज नहीं होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही जो दो ट्रेनें पहले से चल रहीं थीं। उसे भी बंद कर दिया गया है।
इन ट्रेनों का नहीं मिल पा रहा स्टापेज-
१२८२३/१२८२४ दुर्ग हजरत निजामुद्दीन-छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सपे्रस, १२५४९/१२५५० दुर्ग जम्मूतबी साप्ताहिक सुपर फास्ट एक्सप्रेस, १३४२३/१३४२४ भागलपुर अजमेर एक्सप्रेस ट्रेनों का दमोह से निकलना हो रहा है। लेकिन इन ट्रेनों का स्टॉपेज दमोह में नहीं दिया गया है। जिससे दमोह से यात्रा करने वाले यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
खास बात यह है कि दुर्ग की ट्रेनों के स्टापेज अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, मुड़वारा कटनी, सागर में है। लेकिन इसे दमोह में स्टापेज नहीं दिया गया। इसके साथ ही भागलपुर वाली ट्रेनों में भी सतना,कटनी, सागर, गुना में स्टापेज दिया गया। लेकिन लोकसभा मुख्यालय होने के बाद भी दमोह में स्टापेज नहीं दिया गया।
यह ट्रेनें हो गईं बंद-
१३०२५/१३०२६-हावड़ा भोपाल साप्ताहिक एक्सप्रेस व ११७०१/११७०२-इंदौर जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनें जो दमोह से चलाई जाती थीं। वह बंद चल रहीं हैं। इन ट्रेनों को करीब एक साल बंद किया गया था। उसके बाद से अभी तक बंद चल रहीं हैं।
आवश्यक हैं यह ट्रेनें चलाया जाना-
मामले में डीआरयूसीसी मेंबर जबलपुर मंडल डब्ल्यू सीआर प्रांजल चौहान का कहना है कि रेल विभाग को चाहिए कि जो ट्रेनें बंद कराइ गईं हैं, उन्हें तत्काल चालू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही हावड़ा-भोपाल साप्ताहिक एक्सपे्रस ट्रेन को नागपुर होते हुए पूना तक चलाया जा सकता है। जिससे रेलवे के रास्वव में बढ़ोत्तरी होने के साथ मरीजों को नागपुर जाने के लिए साथ ही छात्र-छात्राओं को अध्यापन करने के लिए नागपुर तक जाने का यह बेहतर साधन भी होगा। इसके अलावा इंदौर जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को नाइट एक्सप्रेस के रूप में चलाया जा सकता है। चौहान ने बताया कि जिस प्रकार रीवा इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस को नाइट एक्सप्रेस बनाकर चलाया गया है, जो बेहद सफल मानी जा रही है। इसी तरह से इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी ट्रेन को चलाया जा सकता है। मामले में चौहान ने बताया कि पूर्व में हुई बैठकों के दौरान जबलपुर मंडल डब्ल्यू सीआर की बैठक में अधिकृततौर पर लिखित में तीनों ट्रेनों के स्टापेज की मांग की गई थी। उस समय आश्वासन भी दिया लेकिन अभी तक चालू नहीं कराई जा सकी हैं।
जरूरी है स्टापेज-
दमोह लोकसभा क्षेत्र में जिला मुख्यालय के यात्रियों को दमोह स्टेशन से निकलने वाली तीनों ट्रेनों का स्टापेज मिलना चाहिए। जिससे यात्रियों को यहां से निकलने वाली ट्रेनों का लाभ मिल सके।
जबलपुर रेल मंडल, डीआरएम, जीएम को भी कराया था अवगत-
मामले में पूर्व में दमोह के अनेक सामाजिक समितियों से जुड़े लोगों ने ज्ञापन भी रेल मंडल व सांसद को सौंपे थे। लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका।

रेल मंडल के आदेश पर निर्भर-
दो ट्रेनों जो बंद हुई हैं, वह रेलवे के आदेश पर ही हुई हैं। स्टॉपेज के लिए भी रेल मंडल के आदेश के बाद ही किसी ट्रेन को रुकने का अधिकार होगा। यदि आदेश होगा तो दमोह स्टेशन पर रुकने लगेंगी ट्रेनें।
सतीषचंद अग्रवाल- स्टेशन मास्टर

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