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आयुष्मान कार्ड पर नहीं मिल रही 5 लाख रुपए तक की इलाज की सुविधा

locationदमोहPublished: Jun 14, 2021 10:02:28 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

निजी अस्पतालों में पहले जमा करा जा रही है नकद राशि

Cash amount is being deposited first in private hospitals

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दमोह. 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिलाने के लिए सरकार आयुष्मान कार्ड पर जोर दे रही है। सभी को सुविधा दिलाए जाने के लिए जोर-शोर से प्रचार प्रसार भी हो रहा है, लेकिन जिनके पास आयुष्मान कार्ड हैं और उन्हें इलाज की आवश्यकता है, उनके लिए आयुष्मान कार्ड निरर्थक साबित हो रहा है।
कोरोना काल में निजी अस्पतालों में ऐसे कई मामले सामने आए थे, जिसमें आयुष्मान कार्ड को मान्य न करत हुए लोगों से पहले नकद राशि जमा कराई गई, फिर भर्ती किया गया था। ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद निजी अस्पतालों में इसी तरह की समस्या आयुष्मान कार्ड धारकों के समक्ष आई है।
हाल ही मैं एक नया मामला सामने आया है जिसमें हटा तहसील के मडऱगढ़ निवासी लोकराम पटेल कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इसके बाद लीवर संबंधी समस्या आने पर नागपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर ऑपरेशन में 5 लाख रुपए खर्च होना है। आयुष्मान कार्ड भी उपलब्ध है, लेकिन निजी अस्पताल वह मान्य नहीं हो रहा है। जिससे अभी तक अपनी जमीन बेचकर इलाज कर रहे लोकराम के लिए अब लीवर का ऑपरेशन कराने के लिए इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। क्योंकि जमीन बिकने से आय के सभी स्रोत बंद हो गए हैं।
मुफ्त चिकित्सा का दावा खोखला
छात्र क्रांति संगठन के कार्यकारी जिला अध्यक्ष लोकेश रोहितास ने बताया कि लोकराम पटेल गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। शासन प्रशासन आयुष्मान योजना 5 लाख तक की मुफ्त चिकित्सा का दावा कर रहा है, लेकिन वह खोखला साबित हो रहा है। क्योंकि जिनके पास आयुष्मान कार्ड है, उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं दी जा रही है। सरकार आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जोर दे रही है, लेकिन आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ दिलाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है। निजी अस्पतालों में सूचना नोटिस बोर्ड तो दिखाई देते हैं कि इस अस्पताल में आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाता है। जब केस काउंटर पर आयुष्मान कार्ड लेकर पहुंचते हैं तो वहां पर पहले राशि जमा करने के साथ ऑपरेशन का पूरा खर्च हितग्राही से मांगा जाता है। आयुष्मान योजना की सूची में अस्पताल शामिल भी रहता है लेकिन इस योजना का लाभ नहीं दिलाया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री को दिया ज्ञापन
युवा समाजसेवी कृष्णा पटैल ने बताया कि सामाजिक व संगठन स्तर पर लोगों द्वारा लोकराम पटेल की मदद की जा रही है, लेकिन शासन द्वारा जो वायदा किया जा रहा है, उसे नहीं निभाया जा रहा है। सरकार की इस खामी के बारे में केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को अवगत कराया है। ताकि आयुष्मान कार्ड योजना के लाभ सभी को मिल सके।
पहले नकद जमा करो फिर बिल लगाओ
निजी अस्पतालों में अकेल आयुष्मान कार्ड योजना ही नहीं बल्कि अन्य मेडिक्लेम योजनाओं के कार्डों के मामले में पहले नकद राशि जमा कराने के लिए बोला जाता है, फिर बिल लगाकर राशि भुगतान कराने की जानकारी बताई जाती है। इस तरह जब लोगों को पहले ही निजी अस्पताल में पूरी रकम जमा करानी होती है तो मेडिक्लेम या आयुष्मान कार्ड योजना का औचित्य क्या है। इस संबंध में शासन व प्रशासन को प्रयास करना चाहिए। आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ न देने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
 

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