दमोह. कलेक्ट्रेट के प्रवेश द्वार से कलेक्ट्रेट मुख्य गेट तक करीब 100 मीटर की दूरी है। तपते चैकर्स पर घिसटते हुए जनसुनवाई में पहुंचे दो दिव्यांगों की पीड़ा कलेक्टर तरुण राठी ने महसूस करते हुए अब प्रत्येक मंगलवार को व्हील चेयर व वॉकर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। खड़ेरी निवासी दिव्यांग खरगराम अहिरवार कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा। दोपहर 12 बजे सूरज की सीधी लंवबत किरणें पडऩे से कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश के लिए करीब 100 मीटर के रास्ते की सड़क व चैकर्स काफी गर्म थी। घिसटते हुए हाथ पांव में जलन महसूस करते हुए यह दिव्यांग कलेक्टर के पास पहुंचा। वह मोट्रेट ट्राइसिकल की मांग करने पहुंचा था। उसके पास ट्राइसिकल है, लेकिन अब वह मोट्रेट ट्राइसिकल चाहता है। मकान गिरने की शिकायत लेकर पहुंची दिव्यांग रनेह गांव की दिव्यांग भारती अहिरवार भी इसी तरह घिसटते हुए शिकायत लेकर पहुंची कि उसके घर में शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है। प्रधानमंत्री आवास पक्का मकान कराने के नाम पर सरपंच 10 हजार रुपए की मांग कर रहा है। उसे दिव्यांग के तहत मिलने वाली किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। कलेक्टर ने दिए निर्देश जनसुनवाई में आए दोनों दिव्यांगों के इसी तरह घिसटकर पहुंचने के कारण गर्मी से होने वाली जलन पीड़ा को मर्म स्पर्शी कलेक्टर तरुण राठी तत्काल भांप गए। उन्होंने यह देखकर तत्काल सामाजिक न्याय के अधिकारी कर्मचारी को फटकार लगाई। जिस पर चंद मिनटों में नई व्हील चेयर व वॉकर की व्यवस्था हो गई। फिर व्हीलचेयर पर ही दिव्यांग को कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां उसकी सुनवाई की गई। कलेक्टर ने अब यह व्यवस्था प्रत्येक मंगलवार को सुचारू रखने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक दिव्यांग को कलेक्टर के सामने व्हील चेयर पर लाया जाएगा।
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