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मतदाता सूची का हाल,शिकायत 22 हजार की काटे मात्र 243 नाम

locationदमोहPublished: Sep 25, 2018 03:36:41 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

कार्रवाई से असंतुष्ट अब ऑडिट दल के समक्ष रखेंगे पुलिंदा

Complaints received in the voters list like this

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दमोह. विधानसभा क्रमांक 55 में 22 हजार से अधिक फर्जी मतदाता, जिनमें डुप्लीकेट मतदाता, समान नाम, लिंग, पति या पति के नाम मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा मृत मतदाताओं के नाम भी दर्ज हैं। इस संदर्भ की शिकायत 31 अगस्त को मय दस्तावेजी प्रमाणों के की गई थी। जिला निर्वाचन कार्यालय ने जांच के बाद 21 सितंबर को जारी पत्र के माध्यम से शिकायतकर्ताओं को महज 243 नाम काटे जाने की जानकारी दी है। अब शिकायतकर्ता निर्वाचन आयोग के ऑडिट दल के समक्ष अपनी शिकायतों का पुलिंदा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं।
दमोह विधानसभा में फर्जी मतदाता दर्ज होने का खुलासा सबसे पहले पत्रिका ने किया था, उस दौरान भी आरोप 22 हजार फर्जी मतदाताओं के होने के लगे थे। 6 माह पहले इस मामले में शिकायतें भी की गईं थी। ताजा फर्जीवाड़ा पूर्व मंत्री राजा पटैरिया के निर्देशन में उजागर किया गया है। जिसमें दीपेश मोनू पटेरिया व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नितिन मिश्रा द्वारा 560 पन्नों के दस्तावेजों व मय आंकड़ों सहित बताया कि एक ही पोलिंग बूथ पर 60 ऐसे डुप्लीकेट मतदाता हैं, जिनके नाम, उम्र, माता-पिता के नाम समान हैं। इसी तरह एक ही पोलिंग बूथ पर 94 मतदाता डुप्लीकेट मिले हैं, इस तरह के पूरी विधानसभा में 1650 फर्जी मतदाता हैं। नाम, लिंग, पिता, पति के नाम समान मतदाताओं की संख्या 21 हजार 860 है।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नितिन मिश्रा का कहना है कि जिला निर्वाचन कार्यालय ने 22 हजार फर्जी मतदाताओं की दस्तावेजी व प्रमाणिक शिकायत को रद्दी में टोकरी में डालकर यह साबित कर दिया है, कि सरकारी अधिकारी सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रहे हैं। अंतिम सूची का प्रकाशन 27 सितंबर को होना है। जाहिर है कि इतने बड़े फर्जीवाड़े को नजर अंदाज कर सूची जारी कर दी जाएगी।
सूची छपवाकर टंगवाएंगे मतदान केंद्रों में
दीपेश मोनू पटेरिया का कहना है कि लगातार एक माह की मेहनत के बाद जो दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत किए थे, उसे सिरे से खारिज किया गया है, महज औपचारिकता दिखाते हुए 243 नाम काटे गए हैं। अभी पता चला है कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों के ऑडिट कराने का निर्णय लिया है, अब वह अपनी पूरी शिकायत ऑडिट दल के समक्ष रखने जा रहे हैं। यदि वहां भी सुनवाई नहीं होती है, तो प्रत्येक मतदान केंद्र के समक्ष ऐसे फर्जी मतदाताओं की सूची बड़े फ्लैक्स से टंगवाएंगे, जिससे लोगों को पता चल सके और जनता के सामने फर्जीवाड़ा उजागर हो सके।
जिला उप निर्वाचन अधिकारी की कार्रवाई
जिला उप निर्वाचन अधिकारी आनंद कोपरिहा ने कार्रवाई के बाद पत्र जारी किया है जिसमें उल्लेख किया गया है कि विधानसभा क्षेत्र 55 दमोह से कराई गई जांच के अनुसार 146 दोहरी, स्थानांतरित, अनुपस्थित निरसन योग्य मतदाता पाए गए थे। जिनके विलोपित करने की कार्रवाई कर ली गई है। इसी प्रकार मतदान केंद्र क्रमांक 87 बजरिया वार्ड के मृत व स्थानांतरित मतदाताओं के संबंध में जांच में पाया गया कि डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान मृत 50, स्थानांतरित 38 व दोहरी प्रवृष्टि के 9 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में पाए गए थे। बीएलओ द्वारा उक्त सभी मतदाताओं के प्रारूप-7 भरकर 13 जुलाई को निर्वाचन कार्यालय में दिए गए थे, लेकिन ईआरओ नेट सॉफ्टवेयर बंद हो जाने के कारण ईआरओ नेट पर प्रवृष्टि नहीं हो पाई थी, आयोग द्वारा ईआरओ नेट प्रारंभ होते ही उक्त दावे-आपत्तियों की प्रवृष्टि कर दी गई है।

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