दरअसल, तहसील मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर पदस्थ डॉक्टर की पथरिया में क्लिनिक चलते देख बसपा विधायक रामबाई वहां जा धमकीं। स्वास्थ्य अधिकारियों को मौके पर बुलाकर कार्रवाई कराते हुए क्लिनिक से दवाएं और उपकरण जब्त करा दिया। बाद में पचा चला कि संबंधित आयुष डॉक्टर संविदा पर नौकरी कर रहा है। क्लिनिक में एलोपैथी दवाएं मिली है। स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार आयुष डॉक्टर पुष्पेंद्र त्रिपाठी 2008 से संविदा पर काम कर रहे हैं। उनकी पदस्थापना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदगुवां में है। जो पथरिया से दस किलोमीटर दूर है। पर डॉ त्रिपाठी पथरिया से बैठकर प्राइवेट क्लिनिक चलाते हैं। इसकी भनक लगते ही बसपा विधायक रामबाई कार्यकर्ताओं के साथ शनिवार को दोपहर त्रिपाठी के क्लिनिक पर पहुंच गई। उस समय मरीज भी थे।
सरकारी डॉक्टर का प्राइवेट क्लिनिक
सरकारी डॉक्टर दिन में क्लिनिक चला रहा है और उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। बीएमओ ने सहयोगी स्टॉफ को बुलाकर क्लिनिक से दवाएं और उपकरण जब्त कराकर कार्यालय भेज दिया। क्लिनिक को सील कर दिया गया है। वहीं, कार्रवाई को लेकर डॉ पुष्पेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि बीएमओ के आदेश पर मेरी तीन दिवसीय ड्यूटी नगर के सरस्वती स्कूल में चल रहे खेलों के कारण लगाई गई है। मेरे द्वारा क्लिनिक का संचालन ओपीडी टाइम पूरा करने के बाद किया जाता है। हालांकि इसके लिए मैंने सीएमएचओ से लिखित परमिशन नहीं ली है। लेकिन मैं अपनी ड्यूटी पूरी होने के बाद ही क्लिनिक पर आता हूं।
कार्रवाई हो सकती है
दवाओं की जब्ती के दौरान बीएमओ डॉ मिंज ने माना कि त्रिपाठी आयुष डॉक्टर हैं। लेकिन क्लिनिक से एलोपैथिक दवाएं मिली हैं। जबकि वे इस पद्धति के इलाज की योग्यता नहीं रखते हैं। इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकारी डॉक्टर निजी क्लिनिक संचालित कर सकते हैं। पर यदि बाजार में क्लिनिक का संचालन करता है तो सीएमएचओ से परमीशन लेनी होती है। डॉक्टर त्रिपाठी को नोटिस दिया जाता है और जबाव लिया जाएगा और कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी।
दवाओं की जब्ती के दौरान बीएमओ डॉ मिंज ने माना कि त्रिपाठी आयुष डॉक्टर हैं। लेकिन क्लिनिक से एलोपैथिक दवाएं मिली हैं। जबकि वे इस पद्धति के इलाज की योग्यता नहीं रखते हैं। इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकारी डॉक्टर निजी क्लिनिक संचालित कर सकते हैं। पर यदि बाजार में क्लिनिक का संचालन करता है तो सीएमएचओ से परमीशन लेनी होती है। डॉक्टर त्रिपाठी को नोटिस दिया जाता है और जबाव लिया जाएगा और कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी।
बीएमओ को फटकार लगाई
विधायक रामबाई ने क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टर के साथ बीएमओ को भी फटकार लगाई। दरअसल, किसी ने विधायक को बताया कि बीएमओ डॉ मिंज भी मुख्यालय छोड़कर दमोह चले जाते हैं। इस पर रामबाई ने पूछा कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं। डॉ मिंज कोई सफाई देते कि इससे पहले ही विधायक बोल पड़ीं, अब देखते हैं रोज कैसे तहसील मुख्यालय छोड़ते हो। अब तो ना फर्जी क्लिनिक चलेगी और ना ही आप लोग ऐसा करोगे, यह मेरा वचन है।
विधायक रामबाई ने क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टर के साथ बीएमओ को भी फटकार लगाई। दरअसल, किसी ने विधायक को बताया कि बीएमओ डॉ मिंज भी मुख्यालय छोड़कर दमोह चले जाते हैं। इस पर रामबाई ने पूछा कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं। डॉ मिंज कोई सफाई देते कि इससे पहले ही विधायक बोल पड़ीं, अब देखते हैं रोज कैसे तहसील मुख्यालय छोड़ते हो। अब तो ना फर्जी क्लिनिक चलेगी और ना ही आप लोग ऐसा करोगे, यह मेरा वचन है।