दमोह

सिंगौरगढ़ किले के माध्यम से पर्यटन को आकर्षित करेगा दमोह

पर्यटन और संस्कृति के लिए धन नहीं धारणा बदलने की जरुरतदिल्ली की सेंट्रल लाइब्रेरी की पुस्तकें, निजाम का धरोहर निकले बाहरबैंगलुरू में होने वाला प्ले अब होगा दमोह में

दमोहJul 21, 2019 / 08:38 pm

rakesh Palandi

सिंगौरगढ़ किले में दिशा निर्देश देते केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटैल

दमोह. पर्यटन और संस्कृति की बात करनी है तो धन उतना जरुरी नहीं है। जितना धारणा बदलने की जरुरत है। हमारे पास जितनी अमूल्य धरोहर हैं, छटवीं सदी से लेकर वर्तमान तक की हैं, जिन्हें आज तक हम देख नहीं पाए हैं।
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटैल ने सिंग्रामपुर के समीप वीरांगना रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में स्थित सिंगौरगढ़ किला, निदानकुंड और बावन बजरिया सहित अन्य पर्यटन और पुरातात्विक बिखरे हुए अवशेषों का अवलोकन करते हुए व्यक्त किए।
पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री पटैल ने कहा 1300 वर्ष पुराना किला राज्य में यदि हम देखें तो अजयगढ़ के बाद है, तो वह सिंगौरगढ़ का किला है। इतिहास रहा है सिंगौरगढ़ को कभी जीता नहीं गया। लेकिन हमने कभी फोकस नहीं किया। बुंदेलखंड क्षेत्र में हम एक हजार साल तक युद्ध लड़ते रहे, फिर भी हमारे पास कला है, संस्कृति है, इतिहास है, नृत्य, संगीत है, स्मारक है, लेकिन हम कहते हैं, बहुत गरीब हैं। हमें इस गलती को दूर करना चाहिए, हम सबको इसमें नए सिरे से काम करना चाहिए।
उन्होंने निदानकुंड वॉटरफाल की सराहना करते हुए कहा इतना अच्छा वाटरफाल है, अगर हमने इसकी आयु बढ़ा दी। इसमें कोई रिचार्ज सिस्टम बना दें तो बहुत ही अच्छा पर्यटन स्थल बन जाएगा। यहां पर्यटकों की संख्या 100 गुनी भी बढ़ सकती है। रुकने की व्यवस्था होनी चाहिए। पुरातात्विक विभाग के अधिकारियों ने स्थानों को देखा है वह वाटरबाडी स्टिम को रिस्टोर करेंगे। उन्होंने कहा गौंडवाना काल में सुरंगें और पानी का प्रबंधन बहुत लाजबाव था, उन्हें मालूम था पैसे कम हंै इसलिये पानी बचाना हैं। इससे हम प्रेरणा भी दे पाएंगे। उन्होंने बावन बजरिया के अवलोकन उपरांत इसे एएसआई की सूची में शामिल करने के निर्देश दिए।
बैगलुरू का होने वाला प्ले अब दमोह में
महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर बैंगलुरू में होने वाला जाणता राजा का प्ले 11 व 12 अगस्त को दमोह में होगा। इसके अलावा महात्मा गांधी द्वारा रखी गई हरिजन धर्मशाला हरिजन मोहल्ला में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। महात्मा गांधी के इस प्ले को महाराष्ट्र के जाणता राजा गु्रप द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा तो दमोह की संस्कृति में पहली बार होगा कि देश के महानगर स्तरीय आयोजन दमोह में होने जा रहा है।
सेंट्रल लाइब्रेरी की पुस्तकें निकलेंगी बाहर
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के प्रयासों से देश में पहली बार हो रहा है कि सेंट्रल लाइब्रेरी जिसमें पुस्तकों का अनमोल खजाना है, वह लाइब्रेरी से बाहर निकलेंगी, राज्य के बाहर इनकी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिससे युवा पीढ़ी को फायदा होगा। साथ ही निजाम के खजाने को भी दिल्ली से बाहर निकाला जाएगा। सेंट्रल लाइब्रेरी की पुस्तकें शीघ्र ही आकांक्षी जिले दमोह में आएंगी।
जापान, जर्मन हैं स्वच्छता पसंद
प्रहलाद सिंह पटैल ने कहा कि पुरातत्व अवशेषों को देखने के लिए सर्वाधिक जापान व जर्मन से विदेशी पर्यटक भारत आते हैं, लेकिन इन दोनों देशों के नागरिक स्वच्छता पसंद हैं। हम जितने भी पर्यटन केंद्र विकसित कर रहे हैं, उनमें स्वच्छता का विशेष ख्याल रख रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छता अभियान शुरू किया है, वह विदेशी पर्यटन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमें भी इसका ख्याल रखना होगा।
बेलाताल व बांदकपुर में लाइट एंड साउंड
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि बेलाताल व बांदकपुर में लाइट एंड साउंड का प्रपोजल है। अभी साउंड सिस्टम में समय लग रहा था, जिस पर मैंने पहले फेस में लाइटिंग के निर्देश दिए हैं। शीघ्र ही इन दोनों जगह लाइटिंग की जाएगी।
रुकिमणि प्रतिमा का एंग्रीमेंट हुआ
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटैल ने कहा कि रुक्मणि प्रतिमा जो विदिशा के ग्यारसपुर के स्टोर रूम में रखी है, पुरातत्व विभाग व राज्य सरकार का एग्रीमेंट हो गया है। अभी सत्र चल रहा है, सत्र समाप्त होने के बाद मैं स्वयं प्रतिमा को दमोह लेकर आऊंगा।


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