अंधड़ ने कई गांवों में जन जीवन अस्त-व्यस्त, कुछ लोग घायल
दमोहPublished: Jun 14, 2018 12:50:29 pm
कई गांवों में जन जीवन अस्त-व्यस्त
बनवार. मंगलवार की शाम 6.30 बजे से 7.30 बजे के बीच चले तेज अंधड़ की भयावहता जब बुधवार की सुबह सूर्य की किरणें निकले तब लोगों को समझ में आई। मंगलवार की शाम सिंग्रामपुर, जबेरा, बनवार व बांदकपुर तक चले अंधड़ ने कई गांवों में जन जीवन अस्त-व्यस्त किया है। वहीं कुछ लोग घायल भी हुए हैं, जिनका प्राथमिक उपचार किया गया है, जिसमें कोई बड़ी जनहानि सामने नहीं आई है।
बुधवार की सुबह अनेक गांवों में यह स्थिति दिखी की सालों की मेहनत से अपना सिर छुपाने छत बनाई थी, लेकिन तूफानी हवा ने एक पल में तिनके के तरह बिखरा दी। वहीं बिजली आपूर्ति ठप होने से दो से तीन तक के लिए सैकड़ों गांवों को अंधकार में डुबो दिया है। बनवार गांव में ही दर्जनों मकान की दीवारे गिरी, टीन टप्पर उड़े, कच्चे घर धराशायी हो गए। पर्वत के घर की दीवार गिरने से परिजन बाल-बाल बचे। सुंदर के मकान की दीवारें गिर गईं। लाल बहादुर का एक मंजिला मकान गिर गया। देवी, लल्लू, गुलाब, प्रेम बाई, प्रभा, कंछेदी, सुंदर, रत्तू व धनीराम के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बनवार के आशीर्वाद मार्केट सहित भगवानदास, अजेश, रिंकू सहित अन्य लोगों के टीन शेड व प्लास्टिक के शेड हवा में उड़ गए हैं। समीपी गांव पटी नंदलाल में सरिता की कुटीर पर पेड़ गिरने से धरासायी हो गई। लरगुवां के समीप लक्ष्मण पटेल की गौशाला में लगा टीनशेड उड़ गया। घटेरा, मनगवां, घुटकुवां, जमनेरा, परस्वाहा, मुवार झरौली में भी तबाही मचाई। रौड़, रीछई व रमपुरा गांव में दर्जनों पेड़ जड़मूल से उखड़कर जमीन पर आ गए। घुटकुआ में नीम का पेड़ अरविंद 18 के सिर में गंभीर चोट आई है, जिसका उपचार दमोह चिकित्सालय में चल रहा है। घाट बम्होरी भैंसों के बंधने वाला घर गिरने से कई भैंस घायल है। बनवार में पदस्थ पटवारी रामकिशुन मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की शाम को बनवार में आए तूफान से भारी क्षति हुई है। बुधवार को करीब 7 घंटे सर्वे करने के बाद भी तूफान में पूरी क्षतिपूर्ति का आकंलन नहीं हो सका है। गुरुवार को भी सर्वे किया जाएगा। नुकसान अधिक है। इस तूफान में हर कोई प्रभावित हुआ है।