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देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड -आरोपी कर रहे बवाल, दूसरी जेल में शिफ्ट करने की कोर्ट ने अनुमति दी

locationदमोहPublished: Oct 23, 2019 01:20:18 am

Submitted by:

Sanket Shrivastava

राजनीतिक प्रभाव से जेल में पैदा कर रहे व्यवधान

Devendra Chaurasia murder case: court allowed to shift to second jail

Devendra Chaurasia murder case: court allowed to shift to second jail

दमोह. बहुचर्चित देवेंद्र चौरसिया हत्या कांड के आरोपी दमोह जेल में बवाल कर रहे हैं। परेशान जेल प्रबंधन ने मुख्यालय शिकायत भेजी है। साथ ही हटा कोर्ट से उन्हें दूसरे जेल में शिफ्ट किए जाने की अनुमति मांगी थी।
कोर्ट ने साफ कर दिया है कि आरोपियों को दूसरे जेल में भेजे जाने मंे उसे कोई आपत्ति नहीं है। इस पर अब जेल विभाग जल्दी ही निर्णय लेगा।
जिला जेल दमोह के अधीक्षक द्वारा इन आरोपियों को लेकर लिखे गए पत्र में कहा गया है कि आरोपी राजनीतिक प्रभाव रखते हैं और वे जेल में अव्यवस्था फैला रहे हैं। गौरतलब है कि देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड राजनीतिक रूप से काफी संवेदनशील मामला है। इस घटना में बसपा की पथरिया विधायक रामबाई के परिवार की संलिप्तता है।
उनके पति गोविंद सिंह व देवर सहित अन्य आरोपी हैं। उनके देवर चंदू उर्फ कौशलेंद्र परिहार अभी दमोह जेल मंे ही बंद हैं। जेल अधीक्षक ने पत्र में लिखा है कि बंदी चंदू उर्फ कौशलेंद्र, दीपेंद्र सिंह, लोकेश, श्रीराम शर्मा, आकाश उर्फ तिलक भान सिंह, बलबीर, राजेंद्र उर्फ राजाराम, संदीप, अमजद, अनीश, सोहेल, शाहरूख, खूबचंद्र, इंद्रपाल, सुखेंद्र उर्फ बिल्ला व विक्रम सिंह दमोह जिले के स्थाई निवासी हैं और राजनीतिक प्रभाव रखते हैं। पूर्व में कई बार जेल में बंद रह चुके हैं। इनके द्वारा जेल में गुटबाजी की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्थाओं को प्रभावित किया जा रहा है, जिसे संभालने पर्याप्त अमला नहीं है।
जेल कर्मचारियांे को दे रहे धमकी
जेल अधीक्षक ने पत्र में आगे उल्लेख किया है कि आरोपी जेल अधिकारियों और कर्मचारियों तक को बाहर देख लेने की धमकी दे रहे हैं। पत्र में उन्होंने ८ अगस्त की घटना का उल्लेख करते हुए लिखा है कि विचाराधीन बंदी गोलू उर्फ दीपेंद्र सिंह ठाकुर पूजा करने के बहाने अपने वार्ड से बाहर आया था और जेल कर्मियों के साथ दुव्र्यवहार किया था। बंदी के द्वारा कहा गया मेरे हिसाब से जेल चलेगी। मैं जो चाहूंगा वह बाहर से सामान आएगा। जब मुख्य प्रहरी शब्बीर अहमद उसे वार्ड में ले जा रहे थे तो वह जेल में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर देख लेने की धमकी दे रहा था। जेल अधीक्षक ने सुरक्षा की दृष्टि से अपर सत्र न्यायाधीश की कोर्ट जहां चौरसिया हत्याकांड का केस चल रहा है से इन बंदियांे को दूसरे जेल शिफ्ट किए जाने का निवेदन किया था। इस पर कोर्ट ने सहमति दे दी है।
&देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के विचाराधीन कैदियों द्वारा जेल में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। जिस पर हटा न्यायालय से अन्यत्र शिफ्ट करने की अनुमति मांगी गई थी, जिस पर न्यायालय को कोई आपत्ति नहीं है। अब अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश जेल मुख्यालय को करना है, जहां पूरी जानकारी भेज दी गई है। अभी तक अन्यत्र शिफ्ट करने का कोई आदेश नहीं आया है।
रामलाल सहलाम, जेल अधीक्षक, दमोह

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