दमोहPublished: Oct 11, 2019 12:24:06 am
Sanket Shrivastava
गुरुवार को साइकिल स्टैंड के कर्मचारी ने मरीज के परिजन की बाइक तोड़ी, मामला कोतवाली पहुंचा
Disruption of bike in dispute of recovery of negligence-stand of distr
दमोह. जिला अस्पताल में संचालित साइकिल स्टैंड पर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों के परिजनों के साथ अवैध वसूली का सिलसिला जारी है। गुरुवार को अवैध वसूली की वजह से एक मरीज के परिजन और साइकिल स्टैंड संचालक के बीच विवाद हो गया। जिसके चलते स्टैंड कर्मचारी ने शिकायतकर्ता की बाइक की तोडफ़ोड़ कर दी। यह मामला कोतवाली पहुंचा और साइकिल स्टैंड संचालक को मरीज के परिजन की बाइक का सुधार कार्य कराना पड़ा है। मामले में मिली जानकारी के अनुसार सिंगपुर गांव निवासी प्रदीप अहिरवार की पत्नी जिला अस्पताल में उपचाररत है। जिसके चलते प्रदीप अहिरवार बाइक लेकर अस्पताल पहुंचा था। लेकिन यहां संचालित स्टैंड संचालक के कर्मचारी द्वारा प्रदीप की बाइक से तोडफ़ोड़ कर दी व गाली गलौज की। प्रदीप अहिरवार का कहना है कि उसने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली पहुंचकर दर्ज कराई है। मामले में सिटी कोतवाली टीआई एचआर पांडे ने बताया है कि उक्त शिकायत पर कार्रवाई करते हुए स्टैंड संचालक को कोतवाली लाया गया था जिससे तोडफ़ोड़ करने वाले कर्मचारी के संबंध में पूछताछ की गई है। स्टैंड संचालक ने शिकायतकर्ता की बाइक का सुधार कार्य कराने के लिए कहा है और इस पर शिकायतकर्ता ने आपसी सुलह स्टैंड संचालक के साथ कर ली है। लेकिन स्टैंड पर जितने भी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं इन सभी का ब्यौरा संचालक से मंगाया गया है।
इस वजह से हो रहे विवाद
साइकिल स्टैंड संचालक द्वारा मरीजों के परिजनों से साइकिल, बाइक, फोर व्हीलर खड़ी करने की एवज में अवैध वसूली की जा रही है। दरअसल साइकिल स्टैंड संचालक बाइक खड़ी करने पर १० रुपए शुल्क वसूल रहा है जबकि नियमानुसार संचालक को निर्धारित ०५ रुपए का शुल्क वसूलना चाहिए। लेकिन १० रुपए की हो रही वसूली की वजह से आए दिन स्टैंड कर्मचारियों व मरीजों के परिजनों के बीच विवाद बनता है। खासबात यह है कि स्टैंड संचालन के दौरान अवैध वसूली हो रही है इस बात से अस्पताल प्रबंधन भी वाकफ है। इसे लेकर शिकायतें भी प्रबंधन के समक्ष हो चुकीं हैं।