सरकारी जमीन पर काबिज अतिक्रमणकारी, नोटिस के बाद भी नहीं हटे
बुल्डोजर पहुंचने पर स्वयं हटाने का निवेदन कर कार्रवाई रोक देते हैं
दमोह
Updated: April 25, 2022 09:25:24 pm
दमोह. शहर की सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। राजस्व अमला बुल्डोजर लेकर पहुंचा है तो कभी नेतागिरी और कभी हाथ जोड़कर अतिक्रमण स्वयं हटाने का समय ले लेते हैं, लेकिन वह अतिक्रमण नहीं हटाते हैं, फिर जब अमला पहुंचता है तो कोई न कोई हथकंडा अपना कर अतिक्रमण की कार्रवाई रोक दी जाती है।
दमोह शहर में नए आरटीओ कार्यालय के सामने पसरे अतिक्रमण हटाने की कागजी कार्रवाई पूरी हो चुकी है। पिछले सप्ताह राजस्व अमला बुल्डोजर लेकर भी पहुंच गया, जहां अतिक्रमणकारियों ने 2 घंटे के अंदर अपने अवैध कब्जे हटाने का निवेदन राजस्व अमले से किया था। राजस्व अमले ने नोटिस भी दिया। वहां से अमला जाने के बाद स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। इससे उलट अतिक्रमण न हट पाए इसके लिए सोर्स सिफारिश के हथकंडे अपनाए जाने लगे हैं, राजनेताओं की शरण ली जा रही है। ऐन-केन-प्रकारेण उक्त अतिक्रमण हट न पाए। जिससे आरटीओ के सामने अतिक्रमण जस का तस बना हुआ है। अब यदि राजस्व अमला जाएगा भी तो फिर नया हथकंडा अपनाकर राजस्व अमले को बैरंग वापस लौटाने का प्रयास किया जाएगा।
दमोह शहर में यह पहला मामला नहीं है, जिसमें अतिक्रमण हटाने गए अमले को बैरंग वापस कर दिया गया हो। इससे पहले एवरेस्ट लॉज से लेकर बस स्टैंड तक बने अवैध मार्केट को ढहाने पहुंचे राजस्व अमला व बुल्डोजर को वापस होना पड़ा था, क्योंकि यहां के दुकानदारों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया था।
दमोह शहर के इस अवैध अतिक्रमणकारी अपनी दुकानें किराए पर चला रहे हैं। यहां का किराया 25 से 40 हजार रुपए माह तक वसूला जा रहा है, लेकिन राजस्व द्वारा निर्धारित अतिक्रमण का जुर्माना भी नहीं भरा जा रहा है। वहीं सूत्रों के अनुसार कई दुकानें करोड़ों में बिक रही हैं। सरकारी जमीन पर काबिज दुकानों को भू-माफिया द्वारा खरीद फरोख्त की जा रही है। इसके बाद भी अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है।
शहर भर में जारी हो चुके नोटिस
नगर पालिका क्षेत्र में एक साल पहले अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे। कई जगह चिह्नित किया गया। अतिक्रमण स्वयं हटाने के लिए गलियों चौराहों व बाजार में मुनादी कराई गई। बाजार क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त रखने की कार्रवाई करने का ढिढोरा पिटवाया लेकिन एक टीन शेड भी नहीं हटाया गया।
200 मीटर की सीमारेखा गायब
कलेक्टर ने घंटाघर के ईद-गिर्द पांचों मार्ग पर दुकानों के बाहर अतिक्रमण न हो, इसके निर्देश दिए थे, साथ ही 200 मीटर की सीमारेखा खींची गई थी, जिसके अंदर हाथ ठेला प्रतिबंधित किया गया था। लेकिन कलेक्टर को यह आदेश दमोह शहर में एक दिन भी अमल में नहीं लाया गया है। जिस कारण से अब दुकानदारों ने भी दुकान के बाहर सड़क तक अतिक्रमण कर लिया है।

Encroachers occupied on government land, did not move even after notice
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