दमोहPublished: Oct 11, 2019 12:16:55 am
Sanket Shrivastava
मंत्री की फटकार के बाद जागा वन अमला
Encroachment on forest land for 50 years, the staff demolished, shops
दमोह/ नोहटा. नोहटा बीड़ी कॉलोनी से 17 मील तक दो ढाबा, कई मकान व दुकानें कई सालों से संचालित हो रही थीं। वन भूमि पर लगातार अतिक्रमण हो रहा था। वन विभाग के पास शिकायतें पहुंच रहीं थीं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही थी। यह शिकायत मंत्री हर्ष यादव तक पहुंची। जिसके बाद ही गुरुवार की सुबह वन अमला दो बुल्डोजर व ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंच गया।
पक्के अतिक्रमण हटाए जाने के बाद विरोध भी हुआ। सरकारी कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया गया। वहीं ढाबा संचालक ने अतिक्रमण दस्ते पर रुपए हड़पने का आरोप लगा दिया। काफी गहमा-गहमी के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में किया।
इसके बाद दोनों बुल्डोजर के डैनों ने पहले पक्के दो ढाबों को जमींदोज किया। इसके बाद ढाबों के साथ खुली दुकानों का अतिक्रमण हटाया गया। फिर वन भूमि पर बने मकानों को हटाया गया। इससे पहले अतिक्रमण की कार्रवाई के पहले सभी को चेतावनी दी गई थी कि आप अपनी सामग्री हटा लें। इस बड़ी कार्रवाई में 150 वनकर्मी एवं दो बुल्डोजर व 8 ट्रैक्टर ट्राली का इस्तेमाल किया गया था। इस दौरान नोहटा थाना प्रभारी सुधीर बैगी, एसडीओ वन जीएस धुर्वे, परिक्षेत्र अधिकारी दमोह कृष्ण कुमार नामदेव, परिक्षेत्र अधिकारी सिंग्रामपुर राहुल उपाध्याय, बीएस राजपूत, एचके महोबिया, राधेश्याम श्रीवास्तव, राकेश भट्ट, अशोक मिश्रा, एसएस खान, विनोद सैनी शामिल थे।
थाने में मारपीट व सामान जब्ती की शिकायत
नोहटा थाने में गुरुवार की शाम करीब 9 लोग अपने-अपने आवेदन लेकर पहुंचे और वन अमले पर बिना सूचना के ढाबा, दुकान व मकान ढहाने के साथ ही सामान जब्त, रुपए ले जाने व मारपीट करने का आरोप लगाया है।
ढाबा संचालक एम एजाज राजा खान का आरोप है कि कोर्ट में मामला लंबित होने के बाद भी उनका ढाबा तोड़ा गया है, जबकि वह 12 साल से काबिज हैं।
वन अमला उनका सामान व रुपए ले गए हैं। नजीर खान व राम गोपाल विश्वकर्मा ने दुकान में तोडफ़ोड़ कर नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। वहीं तिलक सींग गौंड़, बखत सींग गौंड़, लक्ष्मन सींग गौंड़, बुद्द्धन सींग गौंड़ व डिलू गौंड़ ने वन अमले पर मारपीट का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।
५० साल से था कब्जा
वन भूमि पर अतिक्रमण विरोधी जो कार्रवाई की गई है, उस पर 50 सालों से 9 मकान बने हुए थे। 10 से 15 साल से दो ढाबा और दो दुकानें वन भूमि पर बनी हुई थीं। वन अमला ने करीब दो साल पहले नोटिस जारी किए तो ढाबा संचालक एम एजाज राजा खान व ख्शू आदिवासी दमोह न्यायालय भी पहुंच गए थे, जहां मामला लंबित है।
&वन विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में पूरी कार्रवाई की है। अतिक्रमण कार्रवाई के बाद झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। अतिक्रमण सख्ती से हटाए जाएंगे। वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने की गाइडलाइन सुप्रीम कोर्ट द्वारा ही तय की गई है, जिसके अनुसार कार्रवाई की गई है।
जीएस धुर्वे, एसडीओ वन दमोह