दमोह

जयंत मलैया के बूथ पर मिले प्रहलाद पटैल को इतने वोट,किसे थी अलग उम्मीद

दमोह सहित कुछ वार्डों में नहीं चला मोदी फैक्टर , दमोह के बजरिया 7 में प्रहलाद को मिले 8 वोट , विधायकों में हर्ष व तरवर ही जिता पाए अपना बूथ

दमोहMay 28, 2019 / 05:05 pm

Samved Jain

दमोह. मोदी की आंधी दमोह लोकसभा के कुछ क्षेत्रों पर असर नहीं दिखा पाई है। अन्य विधानसभाओं में तो भाजपा को जबरदस्त वोट मिले हैं, लेकिन दमोह विधानसभा के कुछ वार्डों में मोदी आंधी थम सी गई है। बजरिया वार्ड 7 में तो यह आंधी महज 8 वोटों तक सिमट गई है, जबकि भाजपा के एक बूथ पर 30 से अधिक कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई थी। भाजपा के सभी विधायकों के बूथों पर जीत मिली है तो कांग्रेसी विधायकों में हर्ष व तरवर ही ऐसे हैं जो अपने बूथ बचाने में कामयाब हुए हैं। बसपा विधायक रामबाई भी अपना बूथ नहीं बचा पाई हैं। इसके अलावा दमोह जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय टंडन भी अपने बूथ पर भी कांग्रेस को विजय नहीं दिला पाए हैं। सबसे खास बूथ रहा पूर्व मंत्री जयंत मलैया का, इनके वार्ड से प्रहलाद पटैल को जितनी वोटें मिली हैं, उसके बाद लोगों का खुद से भी विश्वास हटने लगा है। यहां यह भी बता दें कि पूरे चुनाव के दौरान मलैया को एंटी प्रहलाद के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन नतीजों के बाद अब लोग कुछ समझ नहीं पा रहे है। खैर, ये राजनीति है, सब के बस की नहीं।

भाजपा को चार वार्डों में करारी शिकस्त
दमोह विधानसभा के दमोह शहर के वार्डों की बात करें तो चार वार्डों में मोदी लहर के बावजूद भाजपा को बहुत कम मत मिले हैं। बजरिया 8 में प्रहलाद को 38 वोट, बजरिया 7 के एक भाग में 8 वोट व दूसरे भाग में 38 वोट मिले हैं। वहीं बजरिया 1 में प्रहलाद को महज 15 वोट ही मिल पाए हैं। कालापानी में दोनों प्रत्याशियों को 87-87 वोट मिले हैं।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष के वार्ड में करारी हार
यह संयोग है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय टंडन व भाजपा जिलाध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव एक ही वार्ड के निवासी है। इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी को करारी हार मिली है। जिस बूथ पर जिलाध्यक्ष व उनके टंडन परिवार ने वोट डाली वहां प्रताप को 174 व प्रहलाद को 464 मिले हैं। जबकि यह वार्ड टंडनों के द्वारा ही बसाया गया है।

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