- कॉलेज की पहचान के कारण पकड़ा
केंद्राध्यक्ष इंद्रजीत कौर भट्टी ने बताया कि कॉलेज के एफ कक्ष की पर्यवेक्षक को युवक पर संदेह हुआ। पर्यवेक्षक पहले गढ़ाकोटा कॉलेज में पदस्थ थी, जहां उन्होंने पकड़े गए युवक को देखा था और उसे नाम से जानती थीं। जब उन्होंने परीक्षार्थी का नाम विपुल सिंघई देखा तो वह हैरान रह गईं। बाद में पूछताछ पर भी फर्जी परीक्षार्थी अपना नाम विपुल ही बताता नजर आया। जिस पर पर्यपेक्षक ने उसे नेमा करके पुकारा। जिस पर उसने आरोप स्वीकार किया। फर्जी परीक्षार्थी का नाम हिमांशु नेमा बताया गया है, जो विपुल की जगह पेपर दे रहा था। पर्यवेक्षक ने पेपर को जब्त किया। साथ की जरूरी कार्रवाई की गई। - फर्जी परीक्षार्थी ने बताया पैसों के लिए आया
केंद्राध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ में फर्जी परीक्षार्थी ने बताया कि विपुल से रुपए लेकर वह ये पेपर देने आया है। विपुल एटीकेटी का छात्र है, जो लॉ कॉलेज दमोह से है। वह अंग्रेजी में लगातार फेल हो रहा था, जबकि उसकी अंग्रेजी बहुत अच्छी है। इसीलिए अंग्रेजी के पेपर उसके द्वारा देना तय हुआ था। केंद्राध्यक्ष ने तत्काल ही पुलिस को मामले की सूचना दी। जिस पर पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी को हिरासत में लिया। साथ ही एफआईआर की कार्रवाई की जा रही है।
आनंद राज, टीआई कोतवाली