लॉकडाउन में अब वन भूमि पर गड़ाई नजर
दमोहPublished: Jul 09, 2020 09:28:59 pm
पेड़ काटकर खेती की जा रही है
Forest land now under lockout
दमोह. लॉकडाउन के सन्नाटा में सूनी वन भूमि पर अब अवैध कब्जेधारियों की नजर लग गई है। शहरी सीमा से लगे जंगलों में लगे हरे-भरे पेड़ काटकर खेती के लिए जमीन तैयार करने का क्रम शुरू हो गया है। पिछले 15 दिनों में राजनगर तालाब से लेकर शीशपुर पटी गांव के बीच लगभग 300 एकड़ वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। वहीं गुरुवार को दमोह रेंजर ने जमुनिया में २५ हेक्टेयर पर किया गया अवैध अतिक्रमण हटाया।
लॉकडाउन के दौरान वन अमला भी कोरोना वारियर्स के रूप में नाकों पर अपनी ड्यूटी अदा करता रहा। इस बीच जिले के जंगलों में भी सन्नाटा छाया रहा है। जिसका फायदा जंगलों के आसपास के गांव के दबंगों व शहर के दबंगों ने उठाया है। सूनापन का फायदा उठाकर जंगल में लगे पेड़ों को सफाया कर लकड़ी बिकवाई। जब जमीन पेड़ विहीन हो गई तो बखरनी कराकर खरीफ फसल बो दी। जिले की कई वन बीटों में लॉकडाउन के दौरान पेड़ों का सफाया कर बिरवाई लगाकर अवैध कब्जा कर लिया गया है। इन जमीनों पर खेती की जाने की तैयारी भी की जा रही है। दमोह वन परिक्षेत्र के राजनगर से शीशपुर पटी के रास्ते के जंगल में करीब 300 एकड़ से अधिक वन भूमि पर लॉकडाउन के दौरान अंधाधुंध पेड़ों की कटाई की गई। ग्रामीणों के अनुसार बताया गया है कि सुनसान रास्ते पर स्थित जंगल से लगातार पेड़ काटे जाते रहे हैं। अब कुछ दिनों से यहां लोगों की आवाजाही देखी जा रही है और यहां पर खेती योग्य जमीन तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार जंगल के पेड़ पौधे काटे गए हैं छोटी झाडिय़ों की चार दीवारी बनाई जा रही है। कुछ ग्रामीणों ने इस पर ऐतराज जताया तो दबंग किस्म के अवैध कब्जेधारियों ने इस ओर से नजरें दूसरी ओर फेर लेने की हिदायद भी दे डाली है। जिससे ग्रामीण इन दबंगों से भिडऩे के मूड में नहीं हैं।
वन अमले ने हटाया अतिक्रमण
दमोह वन परिक्षेत्र के जमुनिया वृत की बीट नारायण हजारी में 25 हेक्टेयर में लॉकडाउन के दौरान अतिक्रमण कर लिया गया था। यहां पर झाडिय़ों की चार दीवारी बनाई गई थी। साथ ही झोपड़ी भी बना ली गई थी। दमोह वन परिक्षेत्र रेंजर कृष्ण कुमार नामदेव के नेतृत्व में वन अमले ने गुरुवार को झाडिय़ों व झोपड़ी में आग लगाकर उसे नष्ट किया गया। इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
वन भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई जा रही
दमोह वन परिक्षेत्र रेंजर कृष्ण कुमार नामदेव का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान अवैध अतिक्रमण किया गया था। जितनी भी जानकारी मिल रही है, वहां पहुंचकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है। वन भूमि पर एक भी जगह अतिक्रमण रहने नहीं दिया जाएगा।