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फर्राटे भरना नहीं होगा आसान, 780 चालक शराबी चालक अब जीवन भर नहीं चला पाएंगे वाहन, शख्त हुई पुलिस

locationदमोहPublished: Dec 10, 2019 10:33:02 pm

Submitted by:

lamikant tiwari

प्रतिवेदन के बाद निरस्त किए गए लाइसेंस

Froute will not be easy, 40 driver drunken driver will no longer be able to drive for life, police is caught

Froute will not be easy, 40 driver drunken driver will no longer be able to drive for life, police is caught

दमोह. जिले के ७८० शराबी वाहन चालक अब जीवन भर कोई भी वाहन नहीं चला पाएंगे। दरअसल पुलिस चैकिंग के दौरान १९ चालक शराब के नशे में वाहन चलाते मिले थे। जिनके विरुद्ध प्रतिवेदन बनाए जाने के बाद उनके लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
सड़क पर फर्राटा भरने वाले वाहन चालकों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से जिले में लगातार अलग-अलग थाना क्षेत्रों के साथ शहर में यातायात विभाग द्वारा वाहन चैकिंग की जाती है। इसी क्रम में शहर के बसस्टैंड चौक, किल्लाई नाका, जबलपुर नाका सहित बाइपास पर यातायात विभाग ने पिछले साल भर में करीब ६ हजार से अधिक वाहनों की जांच की। जिसमें से ७८० वाहन चालक शराब के नशे में वाहन चलाते हुए पाए गए। जिनकी पुष्टि होने के बाद उनका प्रतिवेदन बनाते हुए न्यायालय में पेश किया गया। प्रतिवेदन के बाद आरटीओ व न्यायालय की मुहर लगने के साथ ही अब ७८० चालक वाहन नहीं चला पाएंगे।
ब्रीथ एनालाइजर से होती है जांच –
पुलिस के लिए व यातायात विभाग के लिए चालानी कार्रवाई के दौरान ब्रीथ एनालाइजर एक ऐसा उपकरण होता है, जिसमें चालक के मुंह से फूंक लगाने पर अल्कोहल का पता चल जाता है। जिसमें यह भी पता चल जाता है कि किस चालक ने कितनी मात्रा में शराब पी रखी है।
इसलिए हो रही कवायद –
जिले में लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए, बाइक से लूट की वारदातों को अंजाम देते हुए तथा छेड़छाड़ के दौरान बाइक का उपयोग करने की शिकायतों के बाद पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को और अधिक तबज्जो दिया। जिससे जिले भर में लगातार चालानी कार्रवाई के दौरान वाहनों की सघन चैकिंग की गई।
हो चुकी हैं वाहन दुर्घटनाओं में मौत –
जिले में शराब के नशे में वाहन चलाने पर कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं। जिसमें शराबी चालक के कारण बेकसूर लोगों को भी जान गंवाना पड़ी। वर्ष २०१७ से ३० नवंबर २०१९ तक जिले में शराब पीकर वाहन चलाने वाले १२३ लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें न केवल शराबी वाहन चालक शामिल रहे। बल्कि उन २८ बेकसूरों की भी अकाल मौत हो गई, जिन्होंने किसी भी तरह से नशा नहीं किया था।
इनकी गई जान –
हटा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों गैस एजेंसी में कार्यरत एक पटैल शराब के नशे में बाइक चलाते हुए खकरा नाका से चंडीजी मार्ग की ओर जा रहा था डीजल टैंकर से टकराकर मौत हो गई थी। इसी तरह से गुरुकुल स्कूल हटा के पास पुल पर एक शराबी बाइक चालक की अज्ञात वाहन से टक्कर में मौत हो गई थी। इसके अलावा हटा जेल के सामने बाइक चालक को टक्कर लगने के बाद उसकी मौत हो गई थी।
मगरोन थानांतर्गत अगस्त माह में शादी से लौटने के बाद शराब के नशे में वाहन चलाने के दौरान जीजा-साले दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे। जिसमें दोनों की मौत हो गई थी।
इन्होंने सौंपा कलेक्टर को पत्र –
पिछले दिनों तेजगढ़ निवासी शिक्षक महेंद्र दीक्षित के बेटे की मौत होने पर सोमवार को कलेक्टर से मिले और एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उल्लेख किया कि वाहन दुर्घटनाओं पर विराम लगाने वह पुलिस, पशु चिकित्सा विभाग, यातायात व राजस्व अमले को एक साथ बैठक लेने के साथ पशुपालकों व अभिभावकों को समझाइश देने के साथ सार्थक पहल कर कार्रवाई करें। जिन्हें कलेक्टर तरुण राठी ने आश्वस्त किया कि उन्हें उनके जवान बेटे के वाहन दुर्घटना का दुख है। वाहन दुर्घटना को रोकने कार्य योजना तैयार कर उसे अमल में लाएंगे।
दूसरों के साथ खुद का भी ध्यान रखना चाहिए –
लोगों में जागरुकता होना जरुरी है। वाहन चलाते समय दूसरों के साथ खुद का भी ध्यान रखना चाहिए। शराब पीकर वाहन चलाना खुद के साथ परिवार के साथ धोखा करना है। क्योंकि वाहन चालक के पीछे उसका परिवार भी बैठा है। उसका ध्यान रखना चाहिए। एक व्यक्ति की मौत से पूरे परिवार को दुख झेलना पड़ता है। इसलिए लोगों में जागरुकता बहुत ही जरुरी है।
विवेक सिंह – एसपी दमोह
लगातार जारी रहेगी –
देखिए चालानी कार्रवाई के साथ सबसे अधिक शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर विशेष कार्रवाई की जाती है। जिनका प्रतिवेदन बनाकर भेजने के बाद उनके ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए जाते हैं। यह कार्रवाई लगातार जारी है।
भारती आर्य – प्रभारी याताात थाना प्रभारी

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