कई जगह बड़े-बड़े पंडाल लगाकर भगवान श्री गणेश को विराजमान करने के लिए तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है
दूसरी ओर प्रतिमाएं बनाने वाले मूर्तिकार भी प्रतिमाओं को अंतिम स्वरूप प्रदान कर रहे हैं इस बार खासियत यह है कि श्री गणेश की प्रतिमाएं आधुनिकता के रंग में रंगी हुई दिख रही हैं
अलग-अलग तरह की पोशाकों में भगवान श्री गणेश को तैयार किया जा रहा है शहर के करीब 100 से अधिक स्थानों पर श्री गणेश प्रतिमाएं सार्वजनिक रूप से स्थापित की जाती हैं
इसके अलावा जिलेभर में हजारों घरों में लोग भगवान श्री गणेश की छोटी तथा मध्यम प्रतिमा विराजमान कर दसवें दिन उनका विसर्जन करते हैं शहर में भी श्री गणेश उत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह है
बच्चों के प्यारे गणपति बप्पा बुद्धि के दाता माने जाते हैं मान्यता है कि भगवान श्री गणेश की आराधना आराधना करने से अच्छी बुद्धि होने से व्यक्ति का स्वभाव अच्छा होता है
और वह उसका मन हर अच्छे कर्म में लगता है वैसे भी यदि पुरातन परंपराओं को माने
और सनातन धर्म के अनुसार भगवान श्री गणेश की आराधना सबसे पहले की जाती है
क्योंकि उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है
विघ्नहर्ता नाम होने के कारण भगवान श्री गणेश की सबसे पहले पूजा की जाती है।