लपटें निकलतीं देख पुलिस को दी सूचना-
दरअसल योगेश उपाध्याय अपने चाचा की हत्या के आरोप में जेल में है और इस घटना के बाद योगेश उपाध्याय के सभी परिजन दूसरे स्थान पर रहने चले गए थे। सोमवार की सुबह लोगों ने योगेश के तीन मंजिला मकान से धुआं व आग की लपटें निकलतीं देखीं और आग लगने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस बल तीन फायर ब्रिगेड सहित पहुंचा और आग बुझाने का कार्य किया गया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस दौरान घर में रखा गृहस्थी का सामान पूरी तरह जल गया।
ताले तोड़कर लगाई आग-
मौके पर देखी गई परिस्थितियों व मौका मुआयना करने पहुंचे अधिकारियों के अनुसार यह बात सामने आई है कि घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों ने योगेश उपाध्याय के मकान के ताले तोड़कर भीतर दाखिल हुए और घटना को अंजाम दिया। देखने में सामने आया है कि आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। आग तीन मंजिला मकान के प्रथम तल के अलावा दूसरी मंजिल में, किचिन में व छत पर रखे कबाड़ में आग लगी थी।
इस तरह परिवार में जमीनी विवाद ने लिया भयानक रूप-
उपाध्याय परिवार में जमीनी विवाद के चलते पारिवारिक रंजिश दिनों दिन बढ़ती चली गई। जमीन के हिस्से बांट को लेकर 21 मार्च के दिन परिवार के युवक अमित उपाध्याय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के मामले में मृतक के चाचा मुन्ना उपाध्याय व परिजनों को बनाया गया था। घटना के दो दिन के भीतर पुलिस ने मुख्य आरोपी भीम को चचैरे भाई की हत्या के मामले में पकड़कर जेल भेज दिया था, लेकिन मुन्ना उपाध्याय व अन्य दो आरोपी फरार चल रहे थे। फरारी के दौरान 11 जून को टंडन बगीचा में मुन्ना उपाध्याय की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या के मामले में पुलिस ने मृतक के भतीजे योगेश उपाध्याय व सहयोगी शहजाद खान को आरोपी के रूप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं मुन्ना उपाध्याय की अंतेष्टि के दिन मुन्ना के बेटे शुभम उपाध्याय जो अपने चचैरे भाई की हत्या के बाद फरार चल रहा था इसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था।
विदित हो कि मुन्ना उपाध्याय की हत्या के 14 दिन बाद हत्या के मामले में बनाए गए आरोपी योगेश उपाध्याय के घर में आग लगाने की घटना सामने आई है। फिलहाल सिटी कोतवाली टीआई अरविंद सिंह दांगी का कहना है कि अभी यह कंफर्म नहीं हो सका है कि आग कैसे लगी, मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस से बेखौफ आरोपी-
शहर में पिछले कुछ दिनों से खुलेआम हो रहीं मारपीट की घटनाएं, गोली मारकर की जा रहीं हत्याएं, हत्या के प्रयास के चलते जानलेवा हमले, चोरी सहित अन्य घटनाओं का क्रम जारी है। घटित होने वाली वारदातों से जाहिर हो रहा है कि शहर में पुलिस की सक्रियता फेल हो चुकी है। लोगों को पुलिस कार्रवाई का जरा भी खौफ नहीं है और ऐसा होना इसलिए लाजमी है क्योंकि घटना के बाद पुलिस समय रहते आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रही है।