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यहां खुलकर हो रहा रेत का अवैध खनन, प्रशासन ने आंखें की बंद, अब कौन करे रखवाली

locationदमोहPublished: Aug 12, 2018 03:20:33 pm

Submitted by:

lamikant tiwari

अवैध खनन का गढ़ बना मडिय़ादो अंचल

illegal mining sand administration

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दमोह/मडिय़ादो- पूरे प्रदेश सहित जिले में वैध रेत खदानों पर बारिश के लिए मानसून सत्र की अवधि को दृष्टिगत रखते हुए समस्त रेत खदानों पर खनन पर प्रतिबंध है। एक जुलाई से एक अक्टूबर तक कोई खदान वैध नहीं है। जिस कारण रेत की मांग और कीमत आसमान पर है। लेकिन अवैध रेत खदाने निरंतर चल रही हंै। सबसे अधिक रेत का दोहन जंगली नदी, नालों में किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि वन कर्मी इसके बदले मोटी कमाई कर रहे हैं और इसके बदले रेत उत्खननकर्ताओं को खुली छूट दी रखी है।
पन्ना टागर रिजर्व के वन परिक्षेत्र मडिय़ादो और वन परिक्षेत्र हटा के फतेहपुर और रजपुरा सर्किल में जम कर रेत खनन कर परिवाहन कार्य जारी है। सब जानने के बाद जिोदार कार्रवाई नहीं करते जो इनकी कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।
ड्यूटी से नदारत-
पन्ना टाइगर रिजर्व में हैंडोवर होने के पश्चात मडिय़ादो वन परिक्षेत्र से वन कर्मी नदारत हैं। कभी भ्रमण पर कर्मचारी देखने नहीं मिलते जिस कारण जंगलों में अवैध कार्य बड़ गए है। पूर्व सरपंच हरप्रसाद कोरी पूर्व जिला पंचायत सदस्य गनेश प्रसाद सोनी का आरोप है कि जैसा की लोगो की उमीद थी की बफरजोन में मडिय़ादो के जंगल सामिल होने से खनन पूर्ण रूप से रूक जाएगा लेकिन हालात पहने से बदतर हो चुके हैं। पहले तो जिला में शिकायत कर अंकुश लग जाती थी। लेकिन मुयालय पन्ना होने के कारण शिकायत भी नहीं कर पाते हैं। लोगों का कहना है कि पीटीआर द्वारा जो यहां वन कर्मियों को रखा है वह खनिज माफियाओं से मिले हुए हैं। खनिज माफियाओं और वन कर्मियों की सांठ गांठ के कारण दिन रात रेत और पत्थर परिवाहन धड़ल्ले से जारी है। नतीजतन पर्यावरण को नुकसान हो रहा है।
यहां दौड़ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली –
मडिय़ादो, तिंदनी, पाली, पाठा, निवास, बर्र्धा, अमझिर, ढूला, तिगरा, पोडी, फतेहपुर, सिलापरी, मनकपुरा, चौरईया, पाटन गांव के जंगलों में निरंतर रेत और पत्थर उत्खनन कर परिवहन जारी है। यहां देर रात से दोपहर तक अवैध परिवहन होते कभी भी देख सकते हैं। लेकिन जिनको वन संपदा की रखवाली करना चाहिए वह देखने में असमर्थ नजर आते हैं।
मैं स्वयं देखूंगा-
अवैध खनन की शिकायतें मिल रही हैंं। व्यस्ता के कारण देख नहीं पाया। अगर स्थानीय वनकर्मी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह हैं तो गलत है। मैं शीघ्र ही देखंूगा पीटीआर में कही भी खनन या परिवहन होते मिलता है तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी।
आएस नरगेश-मडिय़ादो/किशनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी

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