विभाग केे रिकार्ड में यह अवैध कारोबारी दर्ज
रेत के अवैध कारोबारियों की बात की जाए तो 31 अवैध रेत कारोबारियों की सूची खनिज विभाग के रिकार्ड में दर्ज है। इनमें पूरन राय गैस गोदाम रोड, अभिषेक शिवहरे गैस गोदाम रोड, ओमकार पटैल एलआईसी के बाजू, राजू परस्वाहा एलआईसी के बाजू में, नरेंद्र जैन सॉलोमन बंगला के पीछे, अंकित राय जबलपुर नाका, सौरभ राय जबलपुर नाका, छोटू भाईजान नूरीनगर, रमेश बड़ोनिया फुटेरा तालाब, शिवचरण उपाध्याय फुटेरा तालाब, रमेश पटेल धरमपुरा रोड, पंकज राय जबलपुर नाका, शिवराम पटेल धरमपुरा रोड, आमान ट्रेडर्स धरमपुरा बाइपास, रहीम खान इमलाई, गगन अग्रवाल इमलाई, हमीद खान इमलाई, राधारमण ट्रेडर्स हटा नाका, दीपेश सोनी मिलन निर्माण हटा नाका, जय अंबे मां ट्रेडर्स फुटेरा तालाब, आयशा ट्रेडर्स हटा नाका, आकाश ट्रेडर्स बड़ी देवी मंदिर, अशोक राय कंकाली माता, सतीष जैन इमलाई, नारायण कुशवाहा नया दमोह बाइपास शामिल हैं।
यहां के मार्ग रेत मंडी में तबदील
शहर के इंडियन गैस गोदाम के पास, हटा नाका से लेकर साहू तिराहा, फुटेरा रेलवे फाटक से फुटेरा तालाब, मुक्तिधाम के समीप, सॉलोमन बंगला, एलआईसी के समीप प्रमुख भंडारण हैं। इनमें पूरन राय, दीपेश सोनी मिलन, महेश साहू बड़े अवैध रेत कारोबारी हैं। उक्त स्थानों पर करोड़ों रुपए कीमती रेत का भंडारण वर्तमान में है जिसे जिला खनिज अधिकारी रवि पटेल द्वारा अवैध भंडारण बताया गया है।
जब्त रेत भी बेच दी
करीब तीन माह पहले इन सभी रेत कारोबारियों को अवैध रेत कारोबार करने, रेत का अवैध रुप से भंडारण करने के चलते खनिज विभाग की कार्रवाई से वाकफ होना पड़ा था। मौके से सैकड़ों टन रेत की जब्ती कर पंचनामा तैयार किया गया था। यह कार्रवाई राजस्व विभाग के एसडीएम, तहसीलदार, खनिज अधिकारी, नायब तहसीलदार, आरआई पटवारी की संयुक्त टीम द्वारा की गई थी। टीम द्वारा जो रेत जब्त की गई उसका मौके पर ही पंचनामा तैयार किया गया था। लेकिन जो भंडार जब्त किया गया था उसे मौके से नहीं हटाया गया और न ही भंडारण की सरकारी नीलामी की गई। उधर मामले में प्रशासनिक हीलाहवाली के चलते कारोबारियों ने जब्त रेत को बेच दिया है और कारोबार अभी पहले की तरह ही फलफूल रहा है।
नोटिस तक सिमटी कार्रवाई
राजस्व विभाग द्वारा कलेक्टर के निर्देश पर की गई कार्रवाई के बाद खनिज विभाग द्वारा उक्त रेत कारोबारियों को महज नोटिस जारी कर अपनी औपचारिकता पूरी कर ली गई। कुछ रेत कारोबारियों ने बताया है कि वह बकायदा खनिज विभाग तक हर माह पैसा देते हैं। विदित हो कि यह आरोप उस समय भी लगे थे जब प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा रेत जब्त की जा रही थी। खनिज अधिकारी रवि पटेल ने बताया है कि सभी कारोबारियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई लंबित है। उन्होंने बताया कि अभी जुर्माना की राशि जमा नहीं हुई है।
यह बनाया बहाना
जिम्मेदार कहते हैं कि रेत भंडारण स्थल पर कार्रवाई के लिए पहुंचने पर सप्लाई करने वाले वाहन नहीं मिलते हैं। वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को पत्रिका द्वारा की गई लाइव कवरेज के दौरान अधिकांश सभी भंडारण स्थल पर सप्लाई करने वाले वाहन ट्रैक्टर, डंपर खड़े देखे गए और कारोबार संचालित पाया गया। यहां तक की बड़े कारोबारियों के यहां रेत भरने के लिए लोडर भी होना मौके पर सामने आए हैं। लाजमी है कि विभाग द्वारा जानबूझकर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पूरन राय, कारोबारी रेत भंडार की अनुमति अभी विभाग से नहीं मिली है। रेत का स्टॉक तो अभी है। पिछली बार कार्रवाई इसलिए हुई थी क्योंकि क्षमता से अधिक रेत का भंडारण था।
ओमकार पटेल, कारोबारी
सॉलोमन बंगला के पीछे मेरा स्टॉक है। सभी लोग रेत अवैध तरीके से बेच रहे हैं इसलिए मैं भी बेच रहा हूं। बहुत ज्यादा स्टॉक मेरे यहां नहीं है।
नरेंद्र जैन, कारोबारी
मेरे विरुद्ध एसडीएम द्वारा कार्रवाई की गई थी। जुर्माना प्रस्तावित है। रेत की स्टॉक रॉयल्टी नहीं है, इसके लिए आवेदन पहले किया था।
दीपेश सोनी, कारोबारी
अवैध रेत जब्ती के दौरान प्रकरण दर्ज किए गए थे। प्रकरण का निराकरण होना शेष है। निर्णय के बाद जितनी रेत जब्त की गई है वह रेत नीलामी के लिए होना चाहिए। निर्णय के बाद ऐसा नहीं होना पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध एफआइआर की जाएगी। शहर में अभी जहां से भी रेत बेची जा रही है अथवा भंडारण किया गया है वह अवैध है जिस पर कार्रवाई शीघ्र ही शुरु की जा रही है। मौके पर जो भी वाहन पकड़े जाएंगे वह अब सीधे राजसात किए जाएंगे। पैसा लेने का आरोप जो भी लगा रहे हैं, वह गलत हंै। कार्रवाई होने के बाद इस तरह के आरोप लगते हैं। अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लगा है हालांकि दो से तीन लोगों ने यह कारोबार बंद कर दिया है।
रवि पटेल, खनिज अधिकारी