जिला अस्पताल में शनिवार की देर रात अस्पताल लाए गए एक युवक का शव मर्चुरी में रखा जा रहा था, तभी एक तांत्रिक ने युवक को जिंदा करने के नाम पर जमकर ड्रामा किया। खासबात इस बीच यह थी कि मृतक के परिजन तो अंधविश्वास के वशीभूत थे, साथ ही पुलिस भी तमाशबीन बनी रही।
शहर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के अतिथि विद्वान सोनू ठाकुर ने अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। उसके शव को जिला अस्पताल के शव गृह में देर रात रखवाया गया था। तभी एक युवक मौके पर पहुंचा और मृतक सोनू को जिंदा करने का दावा करने लगा। जैसे ही ढोंगी व्यक्ति ने अपना ड्रामा शुरु कर दिया, तो परिजन भी उसके साथ हो गए और मर्चरी के दरवाजे खुलवाने के लिए अड़ गए। परिजनों की मांग पर संग्रह का दरवाजा भी खोल दिया गया, इसके बाद यह ढोंगी फ्रीजर से शव को बाहर निकालने लगा। जिसकी सूचना पुलिस को मिली, तो पुलिस मौके पर तत्काल पहुंच गई और पुलिस ने शव को फ्रीजर से बाहर निकालने से मना किया और वापस मर्चुरी का दरवाजा बंद करा दिया। जिसे देखकर बाबा दरवाजे को तोडऩे का प्रयास भी करने लगा था। बाद में पुलिस के फटकारने पर बाबा ने अपने ड्रामा बंद किया और अस्पताल के बाहर पहुंच गया व कुछ ही मिनट में पुलिस के डर से यह बाबा आसपास भी नजर नहीं आया, साथ ही परिजन भी चुपचाप वापस चले गए। हालांकि इसके पहले कुछ देर पुलिस भी चुपचाप खड़ी रही थी और पुलिस कर्मी भी इस ड्रामें का मजा ले रहे थे, जब डॉक्टर आए, तो पुलिस ने रोकटोक शुरू की थी।