राजनगर से पानी लाने की क्षमता कम होने से हो रही अंतराल से सप्लाई
17 टंकियां होने के बाद एक व दो दिन के अंतराल से खुल रहे नल
दमोह
Updated: May 22, 2022 07:19:40 pm
दमोह. शहर में 1990 से सालाना जलसंकट बना हुआ है। इस शहर में नियमित नल नहीं खुलते हैं, पहले तीन से चार दिन का अंतराल था अब कहीं एक व कहीं दो दिन के अंतराल से नल खोले जा रहे हैं। दमोह शहर की प्यास बुझाने के लिए पानी की कमी नहीं है। जुझारघाट से व्यारमा का पानी लगातार राजनगर में छोड़े जाने से लबालब भरा है। पानी होने के बाद भी नियमित जल सप्लाई न होने के पीछे बड़ा कारण यह है कि राजनगर से फिल्टर तक पानी लाने की क्षमता कम है।
जुझारघाट परियोजना पर 2016 से अब तक काम चल रहा है, इस परियोजनाओं के प्रस्तावकों ने एक गंभीर चूक की जिसमें प्लान के अनुसार फिल्टर से पूरे शहर के 39 वार्डों को नियमित पानी सप्लाई करने के लिए शहर में नई टंकियां तो बना दी गईं, लेकिन राजनगर तालाब से फिल्टर प्लांट तक डिमांड अनुसार पानी पहुंचाने की व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे फिल्टर प्लांट पर पानी सीमित संसाधनों से पहुंच रहा है, जिस कारण से इस शहर में नियमित जल सप्लाई अब तक शुरू नहीं हो पाई है।
2019 में होना थी नियमित सप्लाई
दमोह शहर में जुझारघाट परियोजना को पूर्ण करने के लिए 2019 का समय निर्धारित किया गया था। जिसमें पूरे दमोह शहर को नई पाइप लाइन से नियमित पेयजल मिलना था। समय बढ़ता गया, कोरोना काल का ब्रेक आया। इसके बाद काम पूरा हुआ तो नियमित जल सप्लाई का प्लान बनाया गया, जिसमें पाया गया कि जितनी क्षमता फिल्टर प्लांट की है उस हिसाब से पानी राजनगर से नहीं आ रहा है, जिससे दमोह शहर में अभी भी नियमित जल सप्लाई नहीं की जा रही है।
पुलिस कॉलोनी में गहराया भीषण जलसंकट
शहर में वार्ड स्तर पर जहां नियमित जल सप्लाई नहीं हो रही है, वहीं शहर से लगी सरकारी कॉलोनियों में भी नपा का पानी नहीं पहुंच पाया है, जबकि योजना में इन कॉलोनियों में भी पानी पहुंचाया जाना प्रस्तावित था। नई पुलिस कॉलोनी में इस समय स्वयं का स्रोत जवाब दे चुका है, टैंकर के माध्यम से पानी छोड़ा जाता है, जिससे लोगों को पानी बा मुश्किल मिल रहा है। जिन्हें अतिरिक्त पानी की आवश्यकता है वे स्वयं के व्यय पर पानी का इंतजाम कर रहे हैं।
स्वयं की कॉलोनी में नहीं पहुंचाया पानी
जुझारघाट परियोजना के तहत समन्ना रैयतवारी में बनाए गए निम्न आय वर्गीय लोगों के लिए मल्टी फ्लेट तो बनाकर दिए गए हैं, लोग भी रह रहे हैं, लेकिन यहां पर अभी तक नगर पालिका परिषद द्वारा पानी का इंतजाम नहीं किया गया है, जिससे यहां पर टैंकरों से सप्लाई हो रही है।
राजनगर से पानी लाने भेजा प्रस्ताव
जुझारघाट परियोजना के दौरान जो भूल हुई थी, उसे सुधारने के लिए अब राजनगर तालाब से फिल्टर प्लांट तक पानी लाने के लिए नई पाइप लाइन बिछाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है, यह प्रस्ताव जब तक स्वीकृत नहीं होता है और कार्य पूर्ण नहीं होता है तब तक दमोह जलसंकट की यथा-स्थिति बनी रहेगी।

Intermittent supply due to reduced capacity to bring water from Rajnagar
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
