दमोहPublished: Jul 09, 2020 08:51:37 pm
Sanket Shrivastava
फिसड्डी साबित हो रहा किल कोरोना अभियान, वार्डों में नजर नहीं आ रही सर्वे टीम
Kill Corona campaign proving lazy
दमोह. कोविड 19 महामारी की रोकथाम के लिए प्रदेश भर में किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी शुरूआत 01 जुलाई से शुरू की गई है। किल कोरोना अभियान 15 दिन तक चलना है।
जिले में भी वर्तमान में ये अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन शहर में किल कोरोना अभियान फिसड्डी साबित हो रहा है। शहर में अभियान के तहत डोर टू डोर सर्वे किया जाना था लेकिन शहर में अभी किल कोरोना अभियान के तहत किया जाने वाले सर्वे का स्तर न के बराबर है। ऐसे में अभियान के 10 दिन बीत चुके हैं।
अब पांच दिन में शहर के हर इंसान का सर्वे कर पाना संभव नहीं दिखाई दे रहा है। जिससे अभियान महज दिखावा साबित हो गया है। शहर के अधिकांश वार्डों में अभी तक कर्मचारी किल कोरोना अभियान का सर्वे करने नहीं पहुंचे हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा किल कोरोना अभियान की तरफ ध्यान न दिए जाने से इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। जिससे शहर में कोरोना के खिलाफ छेड़ी गयी जंग विपरीत दिशा में जा रही है।
देखने में आ रहा है कि किल कोरोना अभियान के तहत होने वाली जांच का स्तर शहर में काफी कम है। जबकि अभियान का आधे से ज्यादा समय बीत चुका है।
ऐसे में शहर की लगभग डेढ़ लाख की आबादी पर किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे पूरा करना मुश्किल होता दिखाई दे रहा है। विदित हो कि शासन द्वारा कोविड 19 के व्यापक सर्वेलेंस के लिए 15 दिवसीय किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के हर घर तक पहुंचकर डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है।
इसमें लोगों में कोरोना के लक्षणों पता करके वायरस की रोकथाम करना है। लेकिन शहर में अभी तक ये अभियान जोर नहीं पकड़ पाया है। अधिकांश वार्डों में अभी तक किल कोरोना अभियान का सर्वे नहीं हुआ है।