उन्होंने कहा फसल बीमा योजना में कृषक के खेत को ईकाई माना गया है। चालू खरीफ वर्ष में जिन ऋणी व अऋणी कृषकों ने फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसलों का बीमा कराया है और किसी कृषक के खेत में फसलों में क्षति हुई है तो फसल नष्ट होने के 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी को सूचित किया जाए। कलेक्टर राठी ने किसान भाईयों से अपील की है कि टोल फ्री नम्बर 1800116515 पर बिना किसी शुल्क के किसान सीधे बीमा कंपनी को अपनी नुकसान हुई फसल की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 72 घंटे में शिकायत दर्ज होने की स्थिति में पटवारीए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं बीमा कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा संयुक्त रूप से दो सप्ताह के अंदर सर्वे किया जाएगा। इसके बाद बीमा कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा दावा क्लेम एक सप्ताह के अंदर कंपनी को प्रेषित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विकासखण्ड स्तर पर वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारियों से व जिला स्तर पर उप संचालक कृषि से भी संपर्क किया जा सकता है।
जिले में 45.3 इंच औसत वर्षा दर्ज
इस वर्ष 01 जून से अभी तक 1151.8 मिमी अर्थात 45.3 इंच औसत वर्षा दर्ज हुई है। जो अभी तक गतवर्ष 216 मिमी अर्थात 8.5 इंच अधिक हैं। इसी अवधि में गत वर्ष 935.8 मिमी अर्थात 36.8 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में अब सबसे ज्यादा वर्षा तेंदूखेड़ा में 1443.4 मिमी दर्ज की गई हैं। भू.अभिलेख शाखा से प्राप्त वर्षा के आंकड़ों अनुसार जिले के दमोह वर्षा मापी केंद्र पर 1315 मिमी, पथरिया 990 मिमी, हटा 1165 मिमी, पटेरा 1146 मिमी, बटियागढ़ 913 मिमी, तेंदूखेड़ा 1443.4 मिमी व वर्षामापी केंद्र जबेरा में 1090 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
इस वर्ष 01 जून से अभी तक 1151.8 मिमी अर्थात 45.3 इंच औसत वर्षा दर्ज हुई है। जो अभी तक गतवर्ष 216 मिमी अर्थात 8.5 इंच अधिक हैं। इसी अवधि में गत वर्ष 935.8 मिमी अर्थात 36.8 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में अब सबसे ज्यादा वर्षा तेंदूखेड़ा में 1443.4 मिमी दर्ज की गई हैं। भू.अभिलेख शाखा से प्राप्त वर्षा के आंकड़ों अनुसार जिले के दमोह वर्षा मापी केंद्र पर 1315 मिमी, पथरिया 990 मिमी, हटा 1165 मिमी, पटेरा 1146 मिमी, बटियागढ़ 913 मिमी, तेंदूखेड़ा 1443.4 मिमी व वर्षामापी केंद्र जबेरा में 1090 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।