दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार 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रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 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बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया
दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार 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12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले वृंदावन में मनाया गया था शहर के बूंदा बहू मंदिर, अग्रवाल धरमशाला के राधाबहू मंदिर, राधारमण मंदिर, मांगज स्कूल के पास दीक्षित निवास, हनुमान गढ़ी, महाराष्ट्रीयन समाज के पाठक मंदिर, जटाशंकर मंदिर सहित जिले के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजे कृष्ण उत्सव मनाया गया। पुजारियों ने नंद की भूमिका का निर्वहन करते हुए भक्तों को उपहार लुटाए शहर में कई जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कीर्ति स्तंभ के पास फैंसी ड्रेस व मटकी फोड़ प्रतियोगिया का आयोजन किया गया जिसमें छोटे छोटे बच्चे राधा कृष्ण की वेशभूषा मैं थे वही फिल्टर कॉलोनी में छोटी छोटी बालिकाओं ने मटकी फोड़ का आयोजन किया जिसमें बालिकाओं द्वारा मटकी फोड़ी गई और पलंदी चौराहे पर युवाओं द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया दमोह. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम सोमवार की सुबह से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक रही। शहर से लेकर गांवों तक नंद के आनंद भयो, जै कनैहया लाल के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। श्रीकृष्ण मंदिरों में रात्रि 12 बजते ही श्रीकृष्ण का जन्म उसी भाव से मनाया गया, जैसे पांच हजार साल पहले 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