डॉक्टर ने मृत घोषित किया-
पुलिस ने तत्परता दिखाई और पिता को बच्चे सहित तुरंत ही पटेरा अस्पताल ले जाया गया। लेकिन बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बच्चे का शव पोस्टमार्टम कराया गया। एफएसएल स्पेशलिस्ट डॉ. किरण सिंह भी सूचना पर तुरंत ही घटना स्थल पहुंची। सड़क किनारे पड़े खून सहित कपड़े को देखा। वहां पर सूक्ष्म जांच की।
पुलिस ने तत्परता दिखाई और पिता को बच्चे सहित तुरंत ही पटेरा अस्पताल ले जाया गया। लेकिन बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बच्चे का शव पोस्टमार्टम कराया गया। एफएसएल स्पेशलिस्ट डॉ. किरण सिंह भी सूचना पर तुरंत ही घटना स्थल पहुंची। सड़क किनारे पड़े खून सहित कपड़े को देखा। वहां पर सूक्ष्म जांच की।
एक साल पहले हुई थी शादी-
पुलिस ने बताया कि कीरत बर्मन की शादी करीब दो साल पूर्व हुई थी। रनेह थाना के किसी गांव में शादी होने के बाद कुछ दिन दोनों सिंगपुर में ही रहे। उसके बाद पति अधिकांशत: दिल्ली में ही रहकर मजदूरी करता था। पत्नी सिंगपुर में ही रहा करती थी। कीरत ने बताया कि उसके पास किसी संदीप नाम के व्यक्ति का फोन पहुंचा था। जो उससे कह रहा था कि यशवंत जो उसका बेटा है वह कीरत नहीं बल्कि संदीप का ही है। यह बात उसके मन में संदेह पैदा हो गया था। बाद में कुछ दिन पूर्व ही कीरत दिल्ली से घर आया था। जिसका पत्नी से विवाद भी हुआ। बाद में उसने पत्नी व बेटे को साथ में दिल्ली ले जाने की बात कहकर सोमवार को घर से रवना हुआ था। उसके बाद पटेरा में हार्डवेयर की दुकान के पहले बसस्टैंड जाने वाले मुख्य मार्ग पर ही बैग से हंसिया निकाला और बच्चे के चेहरे पर प्रहार कर दिया।
बसस्टैंड पर इंतजार कर रही थी पत्नी –
कीर्ति वर्मन घर से पैदल आगे-आगे चल रही थी। वह कुछ फासले के बाद आगे जाकर बसस्टैंड पर पति व बच्चे के आने का इंतजार करने लगी। इस बीच जब बच्चे को पुलिस के साथ अस्पताल ले जाने लगे तो वह रास्ते में मिली। जो सीधे अस्पताल पहुंची। जहां पर उसे पूरे घटनाक्रम का पता चला। फिर उसने जाकर पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने बताया कि कीरत बर्मन की शादी करीब दो साल पूर्व हुई थी। रनेह थाना के किसी गांव में शादी होने के बाद कुछ दिन दोनों सिंगपुर में ही रहे। उसके बाद पति अधिकांशत: दिल्ली में ही रहकर मजदूरी करता था। पत्नी सिंगपुर में ही रहा करती थी। कीरत ने बताया कि उसके पास किसी संदीप नाम के व्यक्ति का फोन पहुंचा था। जो उससे कह रहा था कि यशवंत जो उसका बेटा है वह कीरत नहीं बल्कि संदीप का ही है। यह बात उसके मन में संदेह पैदा हो गया था। बाद में कुछ दिन पूर्व ही कीरत दिल्ली से घर आया था। जिसका पत्नी से विवाद भी हुआ। बाद में उसने पत्नी व बेटे को साथ में दिल्ली ले जाने की बात कहकर सोमवार को घर से रवना हुआ था। उसके बाद पटेरा में हार्डवेयर की दुकान के पहले बसस्टैंड जाने वाले मुख्य मार्ग पर ही बैग से हंसिया निकाला और बच्चे के चेहरे पर प्रहार कर दिया।
बसस्टैंड पर इंतजार कर रही थी पत्नी –
कीर्ति वर्मन घर से पैदल आगे-आगे चल रही थी। वह कुछ फासले के बाद आगे जाकर बसस्टैंड पर पति व बच्चे के आने का इंतजार करने लगी। इस बीच जब बच्चे को पुलिस के साथ अस्पताल ले जाने लगे तो वह रास्ते में मिली। जो सीधे अस्पताल पहुंची। जहां पर उसे पूरे घटनाक्रम का पता चला। फिर उसने जाकर पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज –
विवेचक प्रधान आरक्षक सैयद आसिफ अली ने बताया कि पटेरा थाना में आरोपी कीरत पिता भूरा वर्मन (२२) निवासी सिंगपुर के खिलाफ धारा ३०२ का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विवेचक प्रधान आरक्षक सैयद आसिफ अली ने बताया कि पटेरा थाना में आरोपी कीरत पिता भूरा वर्मन (२२) निवासी सिंगपुर के खिलाफ धारा ३०२ का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।