दमोहPublished: Sep 07, 2018 09:56:38 am
Rajesh Kumar Pandey
वर्षों से बंद वन चौकी, भरका खदान चालू
Mining in buffer forest worker unaware
मडिय़ादो. मडिय़ादो बफर के बीट मडिय़ादो में सिद्ध स्थल झड़ूबाबा के समीप बंद वन चौकी भरका के किनारे वर्षों से बंद पड़ी अवैध खदान में एक बार फिर अवैध तरीके से उत्खनन प्रारंभ हो गया है। कतिपय लोग अवैध उत्खनन करने के बाद धड़ल्ले से ट्रैक्टर-ट्राली जंगल में प्रवेश कर अवैध चीप पत्थर परिवहन भी कर रहे है।
जंगलों में अवैध प्रकार से पत्थर खनन कर परिवहन करने वालों पर पन्ना टाइगर रिजर्व द्वारा कार्रवाई नहीं की जाने के कारण खननकर्ताओं के हौसले बुलंद है। नतीजतन पर्यावरण का लगातार नुकसान पहुंचाने के काम किया जा रहा है।
छैनी हथोड़े की खनक पर पहुंची पत्रिका टीम
मडिय़ादों कलकुआ मुख्यमार्ग से लगभग पांच सौ मीटर के अंदर दिन रात छैनी हथोड़े की खनन हर किसी के कानों तक पहुंच रही है, लेकिन जिम्मेदार वनकर्मियों के कानों तक यह अवैध खनन कर रही खनक नहीं पहुंच रही है। जिससे अंदाजा लगता है, या तो वन कर्मी कभी अपनी बीट में भ्रमण नहीं करते या फिर खननकर्ताओं से मिलने वाले चंद पैसे की लालच में मूक दर्शक बन वन संपदा को लुटाने में नजायज मदद कर रहे हैं।
गुरुवार पत्रिका टीम में खनन स्थल पर ट्रैक्टर-ट्रॉली के पहियों के निशान और छैनी से मिलने वाली आवाज के सहारे जंगल में प्रवेश किया तो उत्खनन होते मिला उत्खननकर्ता कैमरे को देख कर मुंह छिपाते नजर आए। मौके पर जीप पत्थरों का स्टॉक भी था।
अवैध परिवहन और खनन का बना गढ़
मडिय़ादो सहित आसपास के गांवों के जंगलों में रात दिन अवैध उत्खनन और परिवहन लंबे समय से जारी है। विभाग के द्वारा किशनगढ़ वन परिक्षेत्र में लगातार अवैध परिवहन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन मडिय़ादो बफर में कार्रवाई शून्य है। नतीजतन रेत, पत्थर, और खनन चरम पर पहुंच चुका है।
कार्रवाई होगी
आपके द्वारा चौकी भरका में अवैध खनन के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है, कल ही इसे दिखवाते है जो भी इसमें दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
राजेंद्र सिंह नरगेश,वन परिक्षेत्र अधिकारी किशनगढ़-मडिय़ादो