हर दिन होती हैं २० डिलेवरी –
जिला अस्पताल में आने वाली प्रसूताओं में हर दिन के हिसाब से २० से अधिक प्रसव कराए जाते हैं। यही कारण है कि साल में होने वाले प्रसव की संख्या ७ हजार के पार पहुंच जाती है। वर्ष २०१९ में यह संख्या अभी तक करीब ६ हजार को पार कर चुकी है।
लगातार बढ़ रही प्रसूताओं की संख्या-
वर्ष प्रसूताओं की संख्या
२००८- ४४७८
२००९- ४८३४
२०१०- ५४०४
२०११- ५५३६
२०१२- ५३८३
२०१३- ६००३
२०१४- ६२१०
२०१५- ६३८८
२०१६- ६२९६
२०१७- ६४९८
२०१८- ७२२३
२०१९- ६८२१
———————————–
रोस्टर बनाया जा रहा है –
रोस्टर तैयार किया जा रहा है। जल्द ही सभी महिला डॉक्टर का अलग-अलग रोस्टर के अनुसार ड्यूटीचार्ट बनाकर उन्हें २४ घंटे के लिए तैनात किया जाएगा। इंचार्ज डॉ. संगीता त्रिवेदी राउंड लेंगी। सिविल सर्जन डॉ. ममता तिमोरी से चर्चा हो चुकी है। जल्द ही सभी की ड्यूटी निर्धारित की जाएगी।
डॉ. दिवाकर पटैल – आरएमओ दमोह
जिला अस्पताल में आने वाली प्रसूताओं में हर दिन के हिसाब से २० से अधिक प्रसव कराए जाते हैं। यही कारण है कि साल में होने वाले प्रसव की संख्या ७ हजार के पार पहुंच जाती है। वर्ष २०१९ में यह संख्या अभी तक करीब ६ हजार को पार कर चुकी है।
लगातार बढ़ रही प्रसूताओं की संख्या-
वर्ष प्रसूताओं की संख्या
२००८- ४४७८
२००९- ४८३४
२०१०- ५४०४
२०११- ५५३६
२०१२- ५३८३
२०१३- ६००३
२०१४- ६२१०
२०१५- ६३८८
२०१६- ६२९६
२०१७- ६४९८
२०१८- ७२२३
२०१९- ६८२१
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रोस्टर बनाया जा रहा है –
रोस्टर तैयार किया जा रहा है। जल्द ही सभी महिला डॉक्टर का अलग-अलग रोस्टर के अनुसार ड्यूटीचार्ट बनाकर उन्हें २४ घंटे के लिए तैनात किया जाएगा। इंचार्ज डॉ. संगीता त्रिवेदी राउंड लेंगी। सिविल सर्जन डॉ. ममता तिमोरी से चर्चा हो चुकी है। जल्द ही सभी की ड्यूटी निर्धारित की जाएगी।
डॉ. दिवाकर पटैल – आरएमओ दमोह