इन्हीं सब कयासों का दूर करने फिलहाल कुमसरिया के घर से प्रभात झा या कोई बड़े नेता के बाहर निकलने का इंतजार मीडिया कर रही है। जिससे स्थिति स्पष्ट हो सके। इधर उनके घर के बाहर भी भाजपा और कुसमरिया समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है। हर कोई मामले में अपडेट को लेकर उत्सुक नजर आ रहा है।
यहां बता दें कि प्रदेश के कद्दावर नेता रामकृष्ण कुसमरिया ने दमोह और पथरिया विधानसभा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया है। राजनैतिक समीकरण के अनुसार बाबाजी के इस निर्णय के बाद भाजपा मप्र में हलचल मची हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वित्तमंत्री जयंत मलैया सहित पार्टी के अनेक राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेता लगातार बाबाजी से किसी न किसी स्तर से संपर्क में है, लेकिन बाबा है कि मानने का नाम ही नहीं ले रहे है। वह लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त देखे जा रहे है। बुधवार की सुबह से खबर यह भी आई है कि बाबा प्रचार पर है। हालांकि, अब तक उनकी लोकेशन सही सामने नहीं आ सकी है।
नाम निर्देशन पत्र वापस लेने के आखिरी दिन जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप पथरिया से भरा पर्चा वापस ले लिया है। जबकि नरेंद्र दुबे निर्दलीय प्रत्याशी ने भी नामांकन वापस लिया है। दोपहर ३ बजे नामांकन वापस लेने का समय है। इस दौरान सभी की नजरें बाबाजी के फैसले पर टिकी हुई है। इधर बाबाजी के साथ एक दिन से साथ देखे जा रहे एक संत सुबह-सुबह भी प्रभात झा के साथ नजर आए है। जिनकी मध्यस्थतता में बाबा के मानने की बातें भी सामने आ रही है। हालांकि, फिलहाल कुछ भी तय नहीं हो सका है।