आपदा के समय आम सेवक हूं केंद्रीय राज्यमंत्री पटेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आपदा के समय जिला प्रशासन के दिशा निर्देश ही अहम होते हैं। मैं भी प्रशासन को बगैर सूचना दिए कहीं नहीं जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि हमें नपा कर्मियों के सहारे नहीं बैठना चाहिए। स्वस्थ्य युवाओं को चाहिए कि वह स्वयं वार्ड व अपने इलाके को सेनेटाइज्ड करें। उन्होंने कहा कि पुलिस की ड्यूटी में भी स्वस्थ युवा अपनी भागीदारी निभा सकते हैं। प्रशिक्षण लेकर पैरामेडिकल स्टॉफ के सहयोगी भी बन सकते हैं। इसके अलावा हटा व तेंदूखेड़ा में बैठकें लेकर कोरोना संक्रमण को लेकर चल रही प्रशासनिक गतिविधियों की ब्लॉक स्तर पर जानकारी ली।
टूटता दिखा सोशल डिस्टेंस जब पटेल वार्ड को सेनेटाइज्ड कर रहे थे तब सिंधी समाज के लोग भी उनके साथ चल रहे थे, इस बीच एक दो बार लोग काफी पास आते हुए दिखे, जिससे सोशल डिस्टेंस का फासला कम होते हुए नजदीकियों में बदलता हुआ दिखाई दिया। हालांकि पटेल ने बीच-बीच में लोगों को दूरी बनाए रखने के लिए भी कहा।
विधायक नजर नहीं आ रहे मैदान में दमोह विधायक राहुल सिंह, पथरिया विधायक रामबाई, हटा विधायक पीएल तंतुवाय व जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी की आमजनों के बीच सीधी सोशल एक्टिीविटी नहीं दिखाई दी है। कोरोना की विशेष बैठक में केवल दमोह, हटा व पथरिया विधायक ही शामिल हुए थे।
वार्डवासियों की हो रही पूछ परख शहर के 39 वार्ड के लोगों की पूछ परख 25 मार्च से शुरू हो गई थी। वार्डों के मजदूर, निम्न वर्ग व अहसाय लोगों को खाद्य वस्तुओं के पैकेट पहुंचने लगे थे।
तीन-तीन दिन के अंतराल से राशन पहुंचाया जा रहा है। कोई मास्क लेकर पहुंच रहा तो कोई सेनेटाइजर की टंकी ट्रैक्टर पर रखवाकर पूरे वार्ड को सिंचित कर रहा है।
बताया जा रहा है कि पार्षद पद के उम्मीदवारों ने अभी तक अपनी-अपनी राशि से सभी वार्डों को सिंचित कर दिया है।
पुराने पार्षद जो इस बार भी मैदान में आएंगे वह भी वार्डों को सेनेटाइज्ड करने में लगे हुए दिखाई दे रहे हैं।