नवरात्र पर 10 दिन मुस्लिम समुदाय बंद रखता है मांसाहार दुकानें
दमोहPublished: Oct 10, 2021 09:27:37 pm
25 साल से बनी है कौमी एकता की मिसाल
Muslim community keeps non-vegetarian shops closed for 10 days
दमोह/ तेंदूखेड़ा. दूसरे धर्म का सम्मान करना और उनके उपवास में कोई खलल न हो, इसके लिए तेंदूखेड़ा नगर का मुस्लिम समुदाय पिछले 25 साल से नवरात्र के मौके पर 10 दिन तक अपनी दुकानों को बंद रखता है। यह कौमी एकता की मिसाल नगर में अब भी कायम है। इतना ही नहीं विसर्जन समारोह के दौरान मुस्लिम समुदाय जलपान की व्यवस्था कराता है।
तेंदूखेड़ा बस स्टैंड पर करीब 22 मांसाहार की दुकानें हैं। जो पिछले तीन दिनों से बंद हैं। नगर में धार्मिक वातावारण बना हुआ लोग मां की भक्ति में डूबे हैं, लोगों के शुद्ध मन रहे, मांसाहार से उनके मनों में ग्लानि न आए इसलिए मुस्लिम समुदाय स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखता है।
दुकानदार भूरा भाईजान, मुनीर भाईजान, शेख अकबर, अरफान खान, अक्कू भाईजान व सम्मू भाईजान ने बताया कि हम लोग लगभग 25 सालों से नवरात्र के दौरान अपना व्यापार बंद रखते हैं। जिससे सामाजिक समरसता व समस्त समाजों में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहता है। इसके अलावा हम लोगों से जो भी देवी के पंडालों में सहयोग मांगा जाता है। जिसके लिए हम हमेशा तैयार रहते हैं।
पंडाल में नाटक के पात्र बनते नत्थू भाईजान
तेंदूखेड़ा में कौमी-एकता की मिसाल बनी रहने का दूसरा पहलू यह है कि नगर की जामा मजिस्द के सदस्य नत्थू भाईजान पिछले 40 साल से नवरात्र में गल्ला मंडी मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम में आजाद संगीत ड्रामा पार्टी का संचालन करते हैं, यहां होने वाले नाटक के मंचन में स्वयं पात्र बनते हैं। पहले तो बैठकी के दिन से ही नाटक का मंचन होने लगता था, लेकिन अब पंचमी के बाद नाटक का मंचन किया जाता है। कोरोना काल में दो साल से एक भी कार्यक्रम कहीं भी देवी पंडालों में आयोजित नहीं हुआ है। सिर्फ शासन की गाइड लाइन के अनुसार ही दो साल से प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इस साल शासन द्वारा कुछ छूट दी गई है। विप्र समाज के अध्यक्ष कपिल गोटिया कहते हैं कि एक दूसरे के धर्म के प्रति आदर सम्मान की भावना की अनूठी मिसाल हमारे नगर में पिछले 25 सालों से देखी जा रही है। जो आपसी सौहाद्र्र और भाईचारे को बढ़ाता है।