पथरिया विधानसभा में सबसे अधिक पटैल समाज की वोटें होने के कारण दोनों प्रमुख दलों के साथ निर्दलीय व अन्य दलों ने भी पटैल समाज का प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में उतारा है। खास बात यह है कि पथरिया से २१ में से १० प्रत्याशी पटैल समाज के चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं।
जबेरा विधानसभा क्षेत्र में लोधी बाहुल्य मतदाताओं की संख्या अधिक होने पर यहां से भी मुख्य दोनों राजनीतिक दलों के साथ अन्य पार्टियों ने भी लोधियों पर दांव खेला है। इस विधानसभा क्षेत्र से भी निर्दलीय के रूप में लोधी ही अपना भाग्य आजमा रहे हैं। यहां पर कुल१३ प्रत्याशियों में से लोधी समाज के पांच प्रत्याशी चुनावी समर में हैं।
जबेरा विधानसभा क्षेत्र में लोधी बाहुल्य मतदाताओं की संख्या अधिक होने पर यहां से भी मुख्य दोनों राजनीतिक दलों के साथ अन्य पार्टियों ने भी लोधियों पर दांव खेला है। इस विधानसभा क्षेत्र से भी निर्दलीय के रूप में लोधी ही अपना भाग्य आजमा रहे हैं। यहां पर कुल१३ प्रत्याशियों में से लोधी समाज के पांच प्रत्याशी चुनावी समर में हैं।
दमोह विधानसभा क्षेत्र में दलित, ब्राम्हण, लोधी, जैन व पटैल समाज की संयुक्त रूप से अधिक अंतर नहीं होने से इस विधानसभा में अलग-अलग समाजों के प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जिसमें यहां भी लोधी समाज के चार सर्वाधिक चार प्रत्याशी चुनावी जंग में कूद पड़े हैं।
हटा विधानसभा – आरक्षित होने के कारण यहां से खटीक व कोरी समाज के उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दोनों प्रमुख दलों ने इस बार चौधरी व कोरी समाज के प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया है। लेकिन यहां से खटीक समाज को पूर्व में दो बार प्रतिनिधित्व मिलने से एक निर्दलीय ने भी अपना भाग्य आजमाया है। यहां पर चौधरी व तंतुवाय समाज के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
इस तरह से बन रहे जातीय समीकरण
इस तरह से बन रहे जातीय समीकरण
दमोह विधानसभा क्षेत्र से
अहिरवार समाज – दो
जैन समाज – दो
लोधी समाज – चार
बोहरा समाज – एक
ब्राम्हण -एक
पटैल – दो
यादव – एक
थर्ड जेंडर – एक
————————————
पथरिया विधानसभा क्षेत्र से २१ में से १० पटैल समाज के प्रत्याशी
पटैल – दस
दलित वर्ग से – तीन
लोधी व ठाकुर – छह
ब्राम्हण – दो
हटा विधानसभा –
तंतुवायकोरी समाज – दो
अहिरवार – एक
अठया – एक
चौधरी – दो
खटीक – एक
जबेरा विधानसभा –
आदिवासी – तीन
लोधी – पांच
राय – एक
ब्राम्हण – दो
विश्वकर्मा – एक
क्रिश्चियन – एक
किस विधानसभा में क्या पड़ रहा जातियों का असर
अहिरवार समाज – दो
जैन समाज – दो
लोधी समाज – चार
बोहरा समाज – एक
ब्राम्हण -एक
पटैल – दो
यादव – एक
थर्ड जेंडर – एक
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पथरिया विधानसभा क्षेत्र से २१ में से १० पटैल समाज के प्रत्याशी
पटैल – दस
दलित वर्ग से – तीन
लोधी व ठाकुर – छह
ब्राम्हण – दो
हटा विधानसभा –
तंतुवायकोरी समाज – दो
अहिरवार – एक
अठया – एक
चौधरी – दो
खटीक – एक
जबेरा विधानसभा –
आदिवासी – तीन
लोधी – पांच
राय – एक
ब्राम्हण – दो
विश्वकर्मा – एक
क्रिश्चियन – एक
किस विधानसभा में क्या पड़ रहा जातियों का असर
जबेरा विधानसभा
जबेरा विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 18 हजार 20 मतदाता हैं। जिनमें से लोधी मतदाता केवल 50 हजार हैं। शेष करीब पौने दो लाख मतदाता जिनमें सर्वाधिक 85 हजार आदिवासी मतदाता हैं। राय समाज से 18 हजार मतदाता हैं।
दमोह में लोधी व ब्राह्मण अधिक-
दमोह विधानसभा क्षेत्र में दमोह विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 33 हजार 137 मतदाता हैं। जिनमें से 28 हजार ब्राह्मण, 26 हजार लोधी, अनुसूचित जाति के 30 हजार व जैन समाज के करीब १३ हजार मतदाता हैं।
पथरिया में कुर्मी समाज के अधिक वोटर-
पथरिया विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी समाज की अधिक वोटें हैं। यहां कुल मतदाता 2 लाख 17 हजार 409 हैं। जिनमें कुर्मी 37 हजार, लोधी 32 हजार, अनुसूचित जाति के 40 हजार, कुशवाहा समाज के 15 हजार मतदाता हैं।
हटा सुरक्षित सीट है-
दमोह जिले की चार विधानसभाओं में से केवल हटा विधानसभा सुरक्षित सीट है जहां पर खटीक समाज के मतदाताओं की संख्या करीब 2००० है। हटा विधानसभा में 2 लाख 25 हजार 802 मतदाता हैं। जिनमें से अहिरवार 30 हजार, कुर्मी 30 हजार, लोधी 24 हजार, ब्राह्मण 17 हजार, मुस्लिम 16 हजार, आदिवासी 13 हजार, तंतुवाय समाज के 7 हजार मतदाता हैं।