समूहों की चल रही मनमानी
शासन के निर्देशों के अनुसार स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रतिदिन भोजन से पहले साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके साथ ही विद्यार्थिंयों को मध्यान्ह भोजन के बर्तन साफ कर भोजन वितरण होना चाहिए। लेकिन स्कूलों में ऐसा देखने नहीं मिल रहा है। स्कूलों में खाना के पहले और खाना के बाद विद्यार्थिंयों को ही झूठे बर्तन साफ करना पड़ रहे हैं। स्कूलों में बर्तन साफ करने भी डिटरजेंट व साबुन की व्यवस्था देखने नहीं मिल रही है।
बर्धा के माध्यमिक स्कूल में छात्र-छात्राओं के द्वारा बर्तन साफ करते देखा गया। बर्तन साफ करने कोयला और राख का इस्तेमाल करना पड़ता है।प्राथमिक स्कूल में भी विद्यार्थी मिट्टी व राख का इस्तेमाल कर बर्तन साफ करते देखने मिले। संकुल मडिय़ादो के अधिकांश स्कूलों में अक्सर ऐसे दृष्य देखने मिल जाते हंै।