25 मार्च 2017 को उद्घाटित ‘श्रीगायत्री प्रज्ञापीठ एक्यूप्रेशर पार्कÓ में नियमित रूप से सुबह ४ बजे से लोगों की बड़ी तादाद में उपस्थिति हो जाती है। जिससे वह स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। यहां पर नियमित रूप से आने वाले कमलेश कुमार सेन, रामेश्वर प्रसाद सैनी कपिल कुमार खरे, गुरमुख दास, प्रीति सिंह, अनूप कुमार श्रीवास्तव, लक्ष्मण सिंह व योगाचार्य पं. केके परौहा सहित अनेक लोग यहां पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
लक्ष्मण सिंह राजपूत बताते हैं कि पार्क में राशि वृक्ष वाटिका, नवग्रह वाटिका, वास्तुशास्त्र वाटिका एवं नक्षत्र वाटिका के वृक्षों का रोपण किया गया है। जिनकी परिक्रमा करने से ग्रह दोष पित्र दोष, पुत्र दोष, आदि खत्म हो जाते हैं।
इस पार्क का निर्माण करने में अनूप श्रीवास्तव संरक्षक गायत्री प्रज्ञा पीठ एवं लक्ष्मण सिंह राजपूत प्रमुख ट्रस्टी हं। हिन्होंने महानगरों में इस तरह के पार्क देखने व हरिद्वार में पार्क देखने के बाद दमोह में भी लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए मन बनाया था। जिसको कम समय में ही अपना मूलरूप मिल गया। दोनों की लगन एवं मेहनत को देखते हुए सभी ने हाथ बढ़ाते हुए सहयोग भी किया। जिससे आज सैकड़ों लोग लाभ ले रहे हैं।
दिन भर लगी भीड़-
नवरात्र पर्व पर भी नियमित रूप से हवन-पूजन यज्ञ आदि का आयोजन भी पार्क स्थित गायत्री मंदिर परिसर में जारी रहता है। जिसमें शामिल होने के लिए जाने वाले लोग हर दिन ‘एक्यूप्रेशर पार्कÓ का लाभ लेने से नहीं चूकते। अनूप श्रीवास्तव बताते हैं कि यहां पर उच्च स्तरीय साधना कक्ष का निर्माण भी किया जा रहा है। जहां पर बच्चों के संस्कार की विशेष व्यवस्था भी रहेगी। एक्यूप्रेशर पार्क की खासियत यह है कि यहां पर अलग -अलग तीन कैटेगरी में टाइल्स लगाए गए हैं। जिस पर ‘लो कैटेगिरीÓ ‘मीडियम केटेगरीÓ और ‘हाई कैटेगिरीÓ के टाइल्स लगाए गए हैं। जिसमें नीले रंग के टाइल्स लो केटेगरी के लिए हैं जिन्हें लो ब्लड प्रेशर होता है उन्हें नीले रंग के टाइल्स पर घूमना पड़ता है। जिन्हें मीडियम ब्लड प्रेशर रहता है उन्हें पीले टाइल्स पर घूमने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए रेड टाइल्स रहते हैं जिन्हें टाइल्स पर नंगे पैर चलना पड़ता है। इससे ब्लड प्रेशर पूरी तरह से कंट्रोल में रहता है और लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इस पार्क में नियमित रूप से पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के माध्यम से योगाभ्यास भी कराया जाता है। अनेकों लोग ब्रह्म मुहूर्त में व शाम के समय पहुंचकर योगाभ्यास कर स्वस्थ्य रहने के एक से एक टिप्स लेते हैं।
नाद योग साधना-
पार्क में नाद योग कक्षा का निर्माण विशेष रूप से किया गया है। जहां पर करीब आधे घंटे से अधिक संगीत की ध्वनि के बीच लोगों की उपस्थिति रहती है। जब संगीत की ध्वनि बजती है तो व्यक्तियों का शरीर अपने आप वाइब्रेट होता है और सभी तरह के दर्द मिनटों में गायब हो जाते हैं। यह भी एक एक्यूप्रेशर की विधि ही नाद योग साधना कक्ष में देखने मिलती है। पार्क में खास बात यह है कि श्रीगायत्री प्रज्ञापीठ एक्यूप्रेशर पार्कÓ में कौमी एकता की महफिल हर दिन सजती है। दरअसल एक्यूप्रेशर पार्क में खास बात यह देखने मिलती है कि यहां केवल एक वर्ग विशेष नहीं, बल्कि हिंदू, मुस्लिम सिख, इसाई सभी वर्गों के लोग पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। यह क्रम नियमित रूप से चलता है। जिसमें शहर के सभी वार्डों के लोग पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ अर्जित करते हैं।