scriptPhoto:लोहड़ी पर भांगड़ा गिद्धा पर थिरके लोग… | Patrika News
दमोह

Photo:लोहड़ी पर भांगड़ा गिद्धा पर थिरके लोग…

8 Photos
6 years ago
1/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

2/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

3/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

4/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

5/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

6/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

7/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

8/8

दमोह. शहर में पहली बार लोहिड़ी पर्व को एक साथ मनाया गया। शनिवार शाम कालीबाड़ी प्यासी मंदिर स्थित एक मैरिज गार्ड में सिख्ख व पंजाबी समाज के परिवार शामिल हुए और सात परिवारों की खुशियां सभी ने फरीदाबाद से आई हुई भांगड़ा व गिद्दा पार्टी द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियों का लुफ्त लिया। सिख्ख पंजाबी एसोसिएशन द्वारा शहर में पहली बार लोहडी पर्व का सामूहिक आयोजन किया गया। जिसमें दोनों समाजों के करीब 200 परिवारों ने एक साथ शिरकत की। पंजाबी व सिख्ख समाज में लोहडी पर्व का आयोजन किसी के यहां शादी या किसी के यहां बच्चा होने की खुशी में कराया जाता है। इस साल ऐसे सात परिवारों की खुशी यानि लोहडी को पूरी समाज के साथ बांटने का प्रोग्राम तय किया गया था। जिसमें पहली बार पंजाबी गिद्धा और भांगड़ा का ओरिजनल संगीत व नगाड़ा की आवाज और लय सुनकर वहां मौजूद हर कोई थिरकने के लिए विवश हो रहा था। लोहडी का यह कार्य पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया गया, जिससे लोगों को यह लग रहा था कि वह पंजाब के किसी इलाके में पहुंचकर लोहडी पर्व का आनंद उठा रहे हैं।

loksabha entry point
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.