इन्हें मिला पीएम से सवाल करने का अवसर
मध्य प्रदेश से सवाल पूछने का अवसर किशोर और छब्बू कुशवाह को मिला। दोनो ने ही बड़ी बेबाकी से पीएम से सवाल किया, जिसका जवाब पीएम ने बड़ी ही सरलता से दिया। दमोह में हुए कार्यक्रम में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं के साथ वित्त मंत्री जयंत मलैया और दमोह सांसद प्रह्लाद पटेल भी शामिल हुए।
देशभर के पांच शहरों का हुआ चयन
मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम को लेकर पीएम मोदी ने देशभर के सिर्फ पांच शहरों को चुना, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। पीएम ने जिन शहरों को चुना उनमें आगरा, करौली-धोलपुर, दामोह, मैसूर और रायपुर शरह को शामिल किया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये पीएम ने बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, समाज का कोई वर्ग छूटना नहीं चाहिए तभी बूथ मजबूत होगा। चुनाव जीतना ये हमारे लिए किसी को परास्त करने का अहंकार नहीं, हमारे लिए ये सेवा करने का एक अवसर प्राप्त करने समान है।
पीएम का मंत्र
पीएम मोदी ने बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, भारतीय संस्कृति नित्य नूतन चिर पुरातन है। भारत के पास वो सांस्कृतिक विरासत है जिसकी आवश्यकता पूरी दुनिया को है। दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों के बीच जीवन जीने की कला सिखाती हमारी संस्कृति एक आशा की किरण है।
सांसद ने जताया कार्यकर्ताओं का आभार
भाजपा सांसद प्रह्लाद पटेल ने दमोह के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि वे कार्यकर्ताओं के आभारी हैं जिन्होंने नमो एप पर अधिक संख्या में संवाद किया, यही वजह है कि पीएम मोदी की टीम ने मेरा बूथ-सबसे मज़बूत संवाद के लिए प्रदेश में एकमात्र दमोह ज़िले को चुना गया। वहीं, कांग्रेस ने पीएम के आधिकारिक नमो एप के इस्तेमाल को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
इस तरह की गई तैयारियां
इससे पहले जब से इस बात की चर्चा आम हुई कि, प्रधानमंत्री मोदी दमोह में नेता और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे तो, तभी से वह सभी उत्साहित थे। उत्साह का कारण बताते हुए भाजपा के एक कार्यकर्ता ने बताया कि, हमारे लिए उत्साह डबल होने की वजह यह रही कि, एक तो हमें पीएम मोदी से सीधे बात करने का मौका मिला, वहीं उत्साह का दूसरा कारण यह रहा कि, इस दौरान पीएम ने हमें जीत का मंत्र दिया। बता दें कि, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को लेकर ज़ोरदार तैयारियां भी की गई थीं। दिल्ली से नमो एप की एक टीम भी यहां पहुंची थी, टीम ने तकनीकी व्यवस्थाओं पर नज़र रखी। कार्यक्रम शाम 4.30 से शुरु हुआ था।