शहर के कोतवाली चौक से युवा जागृति मंच समाज कल्याण एवं विकास समिति के तत्वावधान में रैली का आयोजन किया गया था। जिसमें भीम आर्मी सहित अन्य संगठनों के साथ मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल थे। इस दौरान नारेबाजी करते हुए सैकड़ों लोग विशाल जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे। प्रशासन की ओर से एसडीएम रविंद्र चौकसे व पुलिस की ओर से एएसपी अरविंद कुमार लाल ने मोर्चा सम्हाल रखा था। जिले भर की पुलिस फोर्स जुलूस के साथ चल रही थी। फायर बिग्रेड व एंबुलेंस का इंतजाम भी किया गया था।
दोपहर करीब ३ बजे के लगभग कीर्ति स्तंभ कोतवाली चौक से रैली शुरू हुई। जिसमें मुस्लिम समाज के साथ संगठनों के लोग माइक से नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। सभी लोग कलेक्ट्रेट के मुख्यद्वार पर पहुंचे। जहां चौराहा पर एक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान भीम आर्मी से जुड़े कोमल अहिरवार, युवा जागृति के संयोजक एड. नितिन मिश्रा सहित मौलवियों व अन्य मुस्लिम सदस्यों ने संबोधित किया।
बाद में एडीएम आनंद कोपरिहा व एसडीएम रविंद्र चौकसे को राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में उल्लेख किया गया था कि भारत के संविधान की आत्मा उसकी प्रस्तावना है। जिसमें भारत को धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में मान्यता प्रदान कर भारतवासियों द्वारा आत्मसात किया गया है।
लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए सीसीए व एनआरसी कानून में धार्मिक आधार पर वर्गीकरण किया गया है। जो न सिर्फ संविधान की मूल भावना के विपरीत है बल्कि समाजों में वैमस्यता भी उत्पन्न करता है।
भारत वर्ष की आजादी के गौरवपूर्ण इतिहास में समाज के हर वर्ग का योगदान भुलाया नहीं जा सकता और देश की संस्कृति गंगाजमुनी तहजीब की मिशाल है, जिसे तोडऩे का कोई प्रयास सफ ल होने नहीं दिया जाएगा।
इसको लेकर संविधान की रक्षा के लिए उपरोक्त बिल वापस लेकर न्यायोचित कार्रवाई करने की बात लिखी गई थी।
रैली के दौरान लोगों ने अपने हाथों में नारे लिखी तख्तियां व हाथों में तिरंगा ध्वज ले रखा था। अंत में सभी ने मिलकर जनगणमन का गान किया और सभा का समापन किया।