दिनों दिन इस स्टेट हाइवे की हालत बिगड़ती ही जा रही है। सड़क में काफी गहरे और बढ़े बढ़े गड्ढे निर्मित हो चुके हैं। स्थानीय राजेन्द्र सिंह का बताते हैं कि पूर्व में मार्ग बनाए जाने के दौरान ग्राम के लोगों ने घटिया सामग्री इस्तेमाल निर्माण कार्य में किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन राजनैतिक पहुंच रखने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी और अब इसके नतीजे सामने आ रहे हैं। ग्रामीण राममिलन ने बताया मार्ग इतना घटिया हो गया है जिस पर चलना भी दूभर है, जबकि यहां से सांसद, क्षेत्रीय विधायक का आए दिन आना जाना रहता है लेकिन सड़क की मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
मामले में जीपी सोनकर पीडब्लूडी अधिकारी का कहना है कि बटियागढ़ केरबना मार्ग स्टेट हाइवे की श्रेणी में आ गया है, इसका रखरखाव कार्य एमपीआरडीसी के द्वारा किया जाना है, फिलहाल स्थिति अधिक खराब है इसलिए गड्ढों की पुराई का कार्य विभागीय लेबर द्वारा कराया जाएगा।
सड़क की दुर्दशा का शिकार मौत घाट उतरा
सड़क की जर्जर हालत का खामयाज एक वाहन चालक की मौत के रुप में भुगता जाना सामने आया है। वाहन चालक की मोटरसाइकिल अनियंत्रित होने से पुलिया से टकरा गई और चालक को गंभीर चोटें आने की वजह से उसकी मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार-शनिवार की रात की है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बटियागढ़ थाना क्षेत्र के कुमरबार के समीप घटना घटित हुई है। जानकारी अनुसार रंजीत पिता चंदन कूचबडिया एऔर अरविंद पिता आनंद कुचबदीय निवासी खड़ेरी रिश्तेदारी से वापस बटियागढ़ लौट रहा था। कुमरबार के पास चालक की मोटर साइकिल गड्ढे में पहुंचते ही अनियंत्रित हो गई और पुलिया से टकरा गई। घटना में २० वर्षीय चंदन की मौत हो गई वहीं अन्य बाइक सवार अरविंद को गंभीर चोटें आने की वजह से उसका उपचार जारी है। विदित हो कि यह मार्ग जर्जर हो चुका है और अब इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं हैं।