जबलपुर नाका व सागर नाका पर 24 घंटे ट्रकों को सैनिटाइज किया जा रहा है। टैंकर भरने व एक नाके से दूसरे नाके जाने में समय लगने पर पहले ट्रकों की कतार लगवा दी जाती है। इसके बाद जैसे ही टैंकर भरकर आता है सैनिटाइजेशन शुरू कर दिया जाता है। इन दोनों नाकों पर विशेष सुरक्षा बरती जा रही है।
ड्राइवर कंडेक्टर को अलग रोका जा रहा सुरक्षा का दूसरा उपाय यह किया जा रहा है कि शहर में प्रवेश करने वाले ट्रक ड्राइवर और कंडेक्टर को अलग रोका जा रहा है, यदि दूसरे जिले से आते समय वह संक्रमित हैं तो इसका फैलाव न किया जाए।
शहर को सुरक्षित रखने अच्छी पहल शहर के नाकों पर ही सैनिटाइजेशन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई इस पहल को दमोह शहर में अच्छी सराहना मिल रही है। लोग अब पुलिस और जिला प्रशासन के समन्वय व तात्कालिक निर्णय क्षमता को कारगर मान रहे हैं। लोग अब स्वीकार रहे हैं कि एक दिन की ढील वाले निर्णय को टोटल लॉक डाउन में तब्दील किया गया। किराना, सब्जी की होम डिलिवरी कराई गई। साथ ही अल्प राशि की पेंशन के लिए कियोस्क सेंटर पर लग रही भीड़ को घरों तक सीमित कर दिया जिससे दमोह शहर व जिला में संक्रमण बढऩे का ज्यादा खतरा उत्पन्न नहीं हो पाया है।
रात में शहर हो रहा धुआं-धुआं मलेरिया विभाग जहां शहरी नाकों पर कोरोना वायरस धो रहा है, वहीं सूर्य अस्त के बाद नगर पालिका के सहयोग से शहर में भिनभिनाते मच्छरों को मारने के लिए धुआं-छोड़ रहा है। नगर पालिका का स्वास्थ्य अमला मलेरिया के बचाव के उपाय में भी लगा हुआ है। जिसके तहत शाम होते ही शहर की सड़कें व गलियां धुआं-धुआं में तब्दील हो जाती हैं।