शासन प्रशासन व प्राचीन धरोहर इस दमोह के जलसंरक्षण के लिए हमारे बीच अब भी है, लेकिन शहर को गंदे शहर का तमगा दिलाने की अहम कारक शहर के बीच में स्थित भैंसों की डेयरिया भी बन रही हैं। इन्हीं भैंस पालकों के कारण पुरैना तालाब की अथाह जल राशि बदबूदार व सड़ांध मारकर लोगों के लिए निरर्थक साबित हो रही है। पुराना थाना यानि पुराने शहर के किनारे पर बसा यह तालाब करीब ८ वार्डों के लोगों के भू-गर्भीय जलस्रोतों का स्तर बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
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