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100 एकड़ के फुटेरा तालाब में श्रमदान शुरू, कलेक्टर ने भी बहाया पसीना

locationदमोहPublished: May 19, 2019 11:37:26 pm

Submitted by:

Sanket Shrivastava

सूखे तालाब भरने का प्रयास में प्रशासन की पहल

Shramdan started in Futera pond

Shramdan started in Futera pond

दमोह. सूखे तालाब भरने का प्रयास कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने रविवार सुबह किया। 100 एकड़ में फैले फुटेरा तालाब में फावड़ा चलाकर 100 तसला मिट्टी फेंकी, गई। इस तालाब में जहां बारिश का पानी लबालब भरेंगी। तालाब किनारे बगीचा भी विकसित होगा।
कलेक्टर ने जिले के सार्वजनिक तालाबों का काया-कल्प जन सहयोग से करने का प्लान बनाया है। जिसके तहत रविवार सुबह 6 बजे जिला प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन तालाब पहुंच गया था। कलेक्टर ने पहले अधिकारियों के साथ तालाब का जायजा लिया। बारिश का पानी आने वाले छोरों का मुआयना किया। इस दौरान नपा सीएमओ कपिल खरे ने कलेक्टर को जानकारी दी। साथ में जिपं सीइओ डॉ. गिरीश मिश्रा, दमोह एसडीएम रविंद्र चौकसे भी मौजूद रहे।
कलेक्टर सिंह ने करीब एक घंटे तक फावड़ा चलाया और 100 तसला मिट्टी भरी। बीच में अधिकारियों ने टोका भी तो उन्होंने कहा कि अभी 69 हुई हैं। 100 तसला पूरे होने दो। बिना रुके काम करते रहे। इन्हें देखकर अन्य अधिकारियों में जोश भर गया। एसडीएम रविंद्र चौकसे सहित अन्य अधिकारी भी उम्रदराज होने के बावजूद मिट्टी से तसला भरने में लग गए। लोगों ने भी श्रमदान किया और मिट्टी से भरे तसले ट्रालियों व अन्य वाहनों में डालकर मिट्टी फिकवाई। श्रमदान में महिला अधिकारी भी पुरुष अधिकारियों से पीछे नहीं रहीं। फलस्वरूप पहले दिन चार ट्रैक्टर-ट्रॉली व एक मिनी ट्रक में मिट्टी भरकर फैंकी गई।
अब कचरा की बदबू की जगह महकेंगे फूल
हटा नाका मुक्तिधाम के सामने ट्रेंचिंग ग्राउंड है। इस पर कचरा फैंकना बंद कर दिया गया है। तालाब से निकाली जा रही मिट्टी इसी पॉइंट पर फेंकी जा रही है। तालाब में जलभराव बढ़ेगा, वहीं इस मिट्टी से ट्रेंचिंग ग्राउंड समतल कर पार्क विकसित किया जाएगा।
दीवानजी की तलैया है बढ़ा चैलेंज
पत्रिका सहित अन्य समाज सेवी संगठनों ने पिछले सालों में तालाबों के जीर्णोद्धार के कार्य कराए हैं, लेकिन शहर की सबसे गंदी दीवानजी की तलैया एक बढ़ा चैलेंज है। इस तलैया से बारिश के दिनों में उठने वाली दुर्गंध से शिवाजी पार्क, टाकीज तिराहा अस्पताल चौराहा और असाटी वार्ड का हिस्सा प्रभावित होता है। यहां के लोग इस तलैया का काया कल्प होने की उम्मीद भी कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से बांध चुके हैं।
कलेक्टर ने बढ़ाया पत्रिका का कारवां आगे
पत्रिका द्वारा 2011 से अमृतं-जलम के माध्यम से शहर के तालाबों का जीर्णोद्धार किया था। 2018 मई-जून में भी बेलाताल पर जन सहयोग से श्रमदान कराया गया था। पत्रिका द्वारा जन सहयोग से शुरू किए गए श्रमदान कार्य को इस बार कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की दिलचस्पी से आगे बढ़ाया है। उनके द्वारा जनसहयोग से शुरू कराया गया जीर्णोद्धार
का अभियान अपने मुकाम
पर पहुंचेगा।

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