बताया गया है कि 1957 में जगत गुरु स्वरूपानंद सरस्वती ने जागेश्वरनाथ महादेव के दर्शनों के बाद अपने अनुभवो में विशेष बातें लिखीं हैं। 1960में तात्कालिक प्रदेश के शिक्षा मंत्री व पूर्व स्व. राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा ने भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन करते हुए लिखा था कि यह मंदिर भारतीय संस्कृति की श्रद्धा का प्रतीक है और जागृत शिवलिंग के दर्शनों से श्रद्धा का फल लोग यहां पाते हैं। 1966 के तात्कालिक विधानसभा अध्यक्ष कुंजी लाल दुबे सहित एच व्ही पाटस्कर राज्यपाल 1957 मेंं जागेश्वरनाथ महादेव के दर्शन करके जागृत शिवलिंग होने की मन की अनुभूति के अनुभव के बारे मे लिखा है। इसी तरह जून माह 2001 में फिल्मी सितारे आशुतोष राणा की शादी ब्रह्मलीन गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री के सानिध्य में यहां संपन्न हुई। ऐसे अनेकों उदाहरण हंै जो बांदकुपर के जागेश्वरधाम को देश में ख्याती प्राप्त होने का बताते हैं।