जानकारी के अनुसार एडीजी एसटीएफ विपिन माहेश्वरी दमोह में ही रूके हुए हैं। मंगलवार को एसटीएफ की टीम विधायक रामबाई के गऊपुरा स्थित आवास पर सुबह 6 बजे गई थी। हालांकि वहां उन्हें कोई नहीं मिला। वहीं कुछ करीबियों से दूसरे दिन भी पूछतांछ की है। साथ ही गोविंद की संपत्ति का ब्यौरा भी जुटाया है।
अधिकारियों का दमोह में डेरा
एडीजी एसटीएफ माहेश्वरी के दमोह में रूके होने के चलते आइजी सागर अनिल शर्मा और डीआइजी आरएस डेहरिया भी यहां डेरा डाले हुए हैं। मंगलवार को आइजी ने गोविंद सिंह की गिरफ्तारी पर 30 हजार रुपए का इनाम दिए जाने की घोषणा कर दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दमोह शिवकुमार सिंह ने यह जानकारी दी है।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार
मध्यप्रदेश के दमोह जिला में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। इस मामले के आरोपी बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह ने घटनाक्रम पर हैरानी जताई हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार को मानना चाहिए कि वह संविधान के तहत काम नहीं कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड की सुनवाई करते हुए राज्य के डीजीपी को निर्देश दिए कि बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को गिरफ्तार करें।
दरअसल, मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। अब गोविंद सिंह परिहार की गिरफ्तारी का जिम्मा एसटीएफ को सौंपा गया है। बताया गया है कि सात टीमें गोविंद की तलाश में जुट गई हैं। इनके साथ स्थानीय पुलिस बल को नहीं लगाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने विधायक और उनके पति के कुछ करीबियों से पूछताछ की है। उनके माध्यम से गोविंद से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। पुलिस को इस मामले में कोर्ट में हलफनामा भी पेश करना है। एडीजी एसटीएफ विपिन माहेश्वरी खुद दमोह में डेरा जमाए बैठे हैं। अधिकारियों की कोशिश है कि कोर्ट में अगली सुनवाई से पहले गोविंद को गिरफ्तार कर लिया जाए।